सरकार को रास नहीं आए उठक-बैठक लगाने वाले SDM, 36 घंटे के भीतर तबादला, जानें पूरा मामला

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 30 Jul 2025, 07:05 pm
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शाहजहांपुर में उठक-बैठक लगाने वाले नवनियुक्त एसडीएम रिंकू सिंह राही की हरकत सरकार को पसंद नहीं आई और 36 घंटे के भीतर उनका तबादला कर दिया गया है। आइये पूरा मामला जानते हैं।

शाहजहांपुर के पुवायां में हाल ही में तैनात किए गए आईएएस अधिकारी रिंकू सिंह राही को ज्वाइन करने के महज 36 घंटे के भीतर ही हटा दिया गया। उन्हें एसडीएम पद से हटाकर अब लखनऊ स्थित राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया गया है। उनका तबादला उस घटना के बाद हुआ, जब उन्होंने तहसील परिसर में खुले में लघुशंका करने पर एक मुंशी को उठक-बैठक की सजा दी और फिर स्वयं भी वकीलों के सामने पांच बार उठक-बैठक लगाई थी। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इससे इस मामले ने तूल पकड़ लिया और सरकार को एक्शन लेना पड़ा।


आईएएस रिंकू सिंह राही ने 28 जुलाई की रात करीब 11 बजे पुवायां तहसील में एसडीएम पद का कार्यभार संभाला था। 29 जुलाई को जब वे पहले दिन ड्यूटी पर पहुंचे तो तहसील परिसर में एक वकील के मुंशी को दीवार के पास पेशाब करते हुए देखा। उन्होंने मुंशी को मौके पर ही कान पकड़कर उठक-बैठक लगाने के निर्देश दिए। इसके बाद वे तहसील के कार्यालयों का निरीक्षण करने निकले और धरने पर बैठे वकीलों से बातचीत की। वकीलों ने उनसे शिकायत की कि तहसील परिसर में बने शौचालय बेहद गंदे हैं, जिससे मजबूरन वकील और कर्मचारी खुले में लघुशंका करते हैं।


इस पर एसडीएम रिंकू सिंह ने स्वयं को दोषी मानते हुए कहा कि एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में वह सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी स्वीकार करते हैं। इसके बाद उन्होंने वकीलों के सामने कान पकड़कर पांच बार उठक-बैठक लगाई। खुद को जिम्मेदार मानते हुए एसडीएम के उठक-बैठक लगाने की घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। वीडियो सामने आने के बाद यह मामला राज्य स्तर पर चर्चा का विषय बन गया। शासन ने पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी और कार्रवाई करते हुए रिंकू सिंह राही को तत्काल प्रभाव से हटाकर लखनऊ स्थित राजस्व परिषद से संबद्ध कर दिया।


ट्रांसफर पर क्या बोले रिंकू सिंह?

इस मामले पर आईएएस रिंकू सिंह राही ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तहसील की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी तकनीकी रूप से एसडीएम की नहीं होती है, लेकिन उन्होंने सामाजिक जिम्मेदारी का संदेश देने के लिए ऐसा किया। उन्होंने कहा कि यह उनका ज्वाइनिंग के बाद पहला दिन था और वे चाहते थे कि एक अधिकारी की जिम्मेदारी का उदाहरण प्रस्तुत करें। उन्होंने तबादले को सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया बताया और कहा कि सरकार जहां भेजेगी, वे वहां पूरी निष्ठा से काम करेंगे।

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