योगी के 'खास' बने यूपी के 'बॉस'! शशि प्रकाश गोयल को मिला मुख्य सचिव का पद, मगर क्यों?

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 31 Jul 2025, 03:57 pm
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योगी के भरोसेमंद अफसर शशि प्रकाश गोयल बने यूपी के नए मुख्य सचिव, बेदाग छवि, सीनियरिटी और तेज़ फैसले, योगी ने क्यों लगाई मुहर?

लखनऊ से लेकर दिल्ली तक के सियासी गलियारों में पिछले कुछ समय से जो सुगबुगाहट चल रही थी, अब उस पर मुहर लग गई है। उत्तर प्रदेश के नए मुख्य सचिव बनाए गए हैं 1989 बैच के वरिष्ठ आईएएस अफसर शशि प्रकाश गोयल। वह अब मौजूदा मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की जगह लेंगे, जिन्हें केंद्र सरकार से सेवा विस्तार नहीं मिला। गोयल अब जनवरी 2027 तक प्रदेश की नौकरशाही की सबसे ऊंची गद्दी पर बैठेंगे।


कौन हैं शशि प्रकाश गोयल?

शशि प्रकाश गोयल 1989 बैच के आईएएस अफसर हैं, जो लंबे समय से सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ काम कर रहे हैं। वह पिछले 8 वर्षों से मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत हैं और सीएम के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में गिने जाते हैं। पंचम तल के सीएम दफ्तर में उनके पास हर बड़ी फाइल जाती है, और निर्णय प्रक्रिया में उनका हस्तक्षेप निर्णायक होता है।


गोयल पर क्यों जताया गया भरोसा?

मुख्य सचिव पद के लिए कई नाम चर्चा में थे, जैसे देवेश चतुर्वेदी (कृषि सचिव, भारत सरकार) और दीपक कुमार (वित्त, शिक्षा व APC) लेकिन योगी आदित्यनाथ ने शशि प्रकाश गोयल को प्राथमिकता दी। इसके पीछे कई कारण हैं 


- सीनियरिटी: 1989 बैच के सबसे वरिष्ठ अफसरों में से हैं गोयल।

- सक्रिय भूमिका: ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, महाकुंभ 2025 और ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स में मुख्य भूमिका निभाई।

- शांत स्वभाव और निर्णय क्षमता: कम बोलते हैं लेकिन तेजी से निर्णय लेने की काबिलियत के लिए जाने जाते हैं।

- बेदाग छवि: आज के ब्यूरोक्रेसी में सबसे साफ-सुथरी प्रोफाइल मानी जाती है।


मनोज सिंह का एक्सटेंशन क्यों नहीं मिला?

31 जुलाई 2025 को मौजूदा मुख्य सचिव मनोज सिंह का कार्यकाल समाप्त हो गया। राज्य सरकार ने उन्हें 6 महीने का सेवा विस्तार देने की सिफारिश की थी, लेकिन केंद्र सरकार ने इसे मंजूरी नहीं दी। इसके बाद गोयल के लिए रास्ता साफ हो गया। मनोज सिंह का कार्यकाल भी उपलब्धियों से भरा रहा, कोविड मैनेजमेंट, निवेश योजनाएं और महिला सशक्तिकरण जैसी योजनाओं में उन्होंने प्रभावी नेतृत्व दिखाया।


योगी सरकार के लिए क्या मायने रखते हैं गोयल?

शशि प्रकाश गोयल का नाम योगी आदित्यनाथ के ‘कोर टीम’ में वर्षों से शामिल रहा है। वह ऐसे अधिकारी हैं जो नीतियों को जमीनी स्तर पर लागू करवाने में दक्ष माने जाते हैं। 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार को एक ऐसे नौकरशाह की जरूरत थी जो उनके विजन को बिना अड़चन जमीन पर उतार सके और गोयल इसमें फिट बैठते हैं।


आगे की चुनौतियां क्या होंगी?

मुख्य सचिव बनने के बाद गोयल को नौकरशाही में तालमेल बनाकर चलना होगा, विशेषकर जब राजनेताओं और अधिकारियों के बीच टकराव की खबरें भी समय-समय पर आती रहती हैं। उन्हें मनोज सिंह की विरासत को भी आगे बढ़ाना होगा और नए एजेंडे पर पूरी ताकत से अमल करना होगा।


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