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Hindi Now Uttar Pradesh • 10 Jun 2025, 10:44 am
जिन बच्चों ने भविष्य के लिए सुनहरे सपने देखे, उनके सिर से पहले मां-बाप का साया उठा। फिर सरकार से उम्मीद लगाए बैठे इन बच्चों को उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर स्थित बाल गृह और शिशु केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां उन्हें रूह कंपाने वाली सजा दी गई। राजकीय बाल शिशु गृह में तैनात महिला केयर टेकर का मासूमों पर कहर ढाते हुए का वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें बच्चों की बेरहमी से पिटाई करते हुए नजर आ रही है। जिसे देखकर लोग हैरान हैं। अहम बात ये है कि इन बच्चों से मारपीट के वीडियो खुद बीजेपी नेताओं के सोशल मीडिया हैंडल से शेयर किए गए, लेकिन इसके बावजूद आरोपियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अब बीजेपी नेताओं ने अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
भाजपा ने जिला प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा
31 दिसंबर 2024 को शिकायतकर्ता भाजपा के जिला पंचायत सदस्य मुकेश दीक्षित के मामला संज्ञान में आने के बाद शिकायत की गई थी। वो भी बतौर सबूतों के साथ लेकिन उस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिससे केयर टेकर के हौंसले सातवें आसमान पर पहुंच गए। नतीजा यह निकला कि एक बार फिर बच्चों के साथ निर्दयता से पिटाई का वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें बुरी तरह बच्चों की पिटाई की जा रही है। शिकायत के बाद भी FIR और कार्रवाई नहीं होने पर BJP नेताओं ने जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
कार्रवाई नहीं होने पर मंत्री और सचिव से की शिकायत
दरअसल, उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में कुछ समय पहले बाल गृह और शिशु केंद्र में बच्चों से मारपीट के वीडियो सामने आए थे। इन वीडियो को शेयर करते हुए पूर्व जिला पंचायत सदस्य और शक्ति केंद्र संयोजक मुकेश दीक्षित ने सरकार से ठोस कार्रवाई करने की बात कही थी। लेकिन खानापूर्ति कर महिला का कुछ ही दूरी पर ट्रांसफर कर दिया गया। मुकेश दीक्षित का कहना है कि आरोपी महिला कर्मचारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए थी, लेकिन न तो एफआईआर दर्ज की गई और न ही अब तक कोई ठोस कार्रवाई हुई। दीक्षित ने अब महिला कल्याण मंत्री, महिला कल्याण प्रमुख सचिव और महिला कल्याण निदेशक को पत्र लिखकर डीपीओ गौरव मिश्रा और कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत की है। वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष ममता यादव ने भी महिला कल्याण मंत्री को शिकायत की है।