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Hindi Now Uttar Pradesh • 26 Jul 2025, 01:27 pm
अवैध धर्मांतरण के मुख्य आरोपी छांगुर उर्फ जमालुद्दीन के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई लगातार जारी है। शनिवार को प्रशासन ने उसके भतीजे सबरोज के ठिकानों पर बुलडोजर चलाकर सरकारी जमीन पर बने अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा, जिससे माहौल तनावपूर्ण न हो सके। गैडास बुजुर्ग थाना क्षेत्र के रेहरा माफी गांव में स्थित सबरोज का ठिकाना सरकारी जमीन पर बनाया गया था। प्रशासन की यह सख्ती केवल स्थानीय स्तर तक सीमित नहीं है, बल्कि छांगुर के करीबियों पर प्रवर्तन निदेशालय भी कार्रवाई कर रहा है।
जांच में यह सामने आया है कि छांगुर का गिरोह केवल अवैध धर्मांतरण तक सीमित नहीं था, बल्कि वह राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में भी सक्रिय था। उसने देश भर में एक संगठित नेटवर्क खड़ा किया था, जिसमें तीन हजार से अधिक लोग शामिल थे। छांगुर की गतिविधियों ने सुरक्षा एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है और उसके विदेशी संपर्कों की गहन जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि उसने दुबई, सऊदी अरब और तुर्की जैसे देशों में अपनी मजबूत पकड़ बनाई थी। इससे संदेह है कि वह उन अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से जुड़ा रहा है जो भारत में सामाजिक और सांप्रदायिक अशांति फैलाने का काम करती हैं।
देश में अवैध धर्मांतरण के सबसे बड़े मामलों में छांगुर का नाम दर्ज हो चुका है। उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पीड़ितों द्वारा शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। छांगुर के खिलाफ हो रही कार्रवाई से आम लोगों के हौसले भी बुलंद हुए हैं और अब उसकी साजिशों से जुड़े और लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। जिन जिलों में उसने अपने नेटवर्क फैलाए थे। वहां से लगातार नए तथ्य उजागर हो रहे हैं। प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई को लोगों का समर्थन भी मिल रहा है।
सरकार और जांच एजेंसियों की कोशिश है कि छांगुर के पूरे नेटवर्क को तोड़ा जाए और इस मामले में शामिल हर व्यक्ति को कानून के दायरे में लाया जाए। जैसे-जैसे छानबीन आगे बढ़ रही है, छांगुर के कई राज और संपर्क सामने आ रहे हैं, जो देश की सुरक्षा और सामाजिक ताने-बाने को प्रभावित करने की साजिश से जुड़े हैं।
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