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Hindi Now Uttar Pradesh • 13 Jun 2025, 06:54 pm
एक्स बॉयफ्रेंड ने लड़की के सामने कर दी नए बॉयफ्रेंड की पिटाई
फतेहपुर के सदर कोतवाली क्षेत्र के लखनऊ बाईपास पर शुक्रवार को एक युवती के एक्स बॉयफ्रेंड और नए बॉयफ्रेंड के बीच झगड़ा हो गया। इस दौरान विवाद इतना बढ़ गया कि मामला मारपीट तक पहुंच गया और एक्स बॉयफ्रेंड ने लड़की के सामने नए बॉयफ्रेंड को पीट दिया। बताया जा रहा है कि रुपाली नाम की युवती अपने नए प्रेमी अयान के साथ पार्क से घूमकर लौट रही थी। लखनऊ बायपास के पास दोनों कुछ सामान लेने के लिए रुके थे। तभी रुपाली का एक्स बॉयफ्रेंस हर्ष पटेल अपने 4-5 साथियों के साथ वहां पहुंचा और बहस करने लगा। इसके बाद सरेआम अयान की पिटाई कर दी। रुपाली ने बताया कि बीच-बचाव करने की कोशिश करने पर उसे भी धक्का मारा और उसका मोबाइल फोन छीनकर ले गया। घटना पूरी तरह सड़क पर हुई, जिससे आसपास अफरा-तफरी मच गई। इस संबंध में जब सदर कोतवाल तरकेश्वर राय से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि अभी तक कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। तहरीर मिलने पर विधिक कार्यवाही की जाएगी।
मासूम के साथ हैवानियत के मामले में आरोपी को फांसी देने की मांग
बांदा में मासूम के साथ हैवानियत और उसकी मौत के मामले में जनप्रतिनिधियों में गुस्सा देखने को मिल रहा है। वह पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा समेत आरोपी को फांसी की सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है। बता दें कि पड़ोसी ने टॉफी के बहाने बुलाकर 3 साल की बच्ची से घर में दुष्कर्म किया था। इसके बाद आरोपी उसे मरा समझ कर जंगल में फेक आया था। घटना के बाद उसे कानपुर के हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि एक सप्ताह बाद मासूम जिंदगी की गंज हार गई और दम तोड़ दिया। पुलिस की तत्परता के बाद भी मासूम की जान बचाई नहीं जा सकी। परिजनों का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज स्टाफ की तरफ से इस केस में लापरवाही भी की गई है। बच्ची को समय पर खून मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी। 7:30 घंटे तक आईसीयू में रखा, लेकिन एक यूनिट खून नहीं चढ़ सका। वहीं बांदा मेडिकल कॉलेज की भी लापरवाही सामने आई है। यहां पीडियाट्रिक सर्जन नहीं हैं, फिर भी रेफर करने में देरी की गई।
वाराणसी जोन के अपर पुलिस महानिदेशक ने पुलिस ने किया पुलिस लाइन का निरीक्षण
बलिया में वाराणसी जोन के अपर पुलिस महानिदेशक पीयूष मोर्डिया ने पुलिस लाइन परिसर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने आरटीसी बैरक और क्लासरूम का भौतिक निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के बाद उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पीड़ितों की बात गंभीरता से सुनी जाए और उनका गुणवत्तापूर्ण समाधान सुनिश्चित किया जाए। ADG ने यह भी स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी मामले की विवेचना लंबित न रखी जाए और चार्जशीट समय से कोर्ट में प्रस्तुत की जाए। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए समयबद्ध कार्यवाही और संवेदनशीलता के साथ काम करना बेहद आवश्यक है। निरीक्षण के दौरान मोर्डिया ने पुलिसकर्मियों से बातचीत कर उनकी समस्याएं भी जानीं।
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