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Hindi Now Uttar Pradesh • 25 Jun 2025, 10:24 am
इजराइल और ईरान के बीच 12 दिन तक चले संघर्ष के बाद आखिरकार मंगलवार को युद्धविराम हो गया। दोनों देशों ने इस सीजफायर की पुष्टि की और एक-दूसरे पर अपनी-अपनी जीत का दावा किया। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे एक ऐतिहासिक जीत बताया और कहा कि यह सफलता आने वाली पीढ़ियों को याद रहेगी। उन्होंने कहा कि इजराइल शेर की तरह उठा और उसकी दहाड़ ने तेहरान को हिला कर रख दिया। वहीं, ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने भी दावा किया कि उनका देश पीछे नहीं हटा और भविष्य में भी अपने न्यूक्लियर प्रोग्राम को जारी रखेगा। अराघची ने कहा कि परमाणु तकनीक को हासिल करने के लिए देश ने वर्षों मेहनत की है और हमारे वैज्ञानिकों ने इसके लिए बलिदान दिए हैं। इस बीच ईरान की राजधानी तेहरान में युद्ध के अंत और कथित जीत के जश्न में एक ‘विक्ट्री सेलिब्रेशन’ कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। बता दें कि युद्धविराम की जानकारी सबसे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार तड़के साढ़े तीन बजे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट के जरिए दी थी।
ईरान ने तीन इजराइलियों को दी फांसी
ईरान ने इजराइल के लिए जासूसी करने के आरोप में तीन व्यक्तियों को बुधवार सुबह फांसी दे दी। जिन लोगों को सजा दी गई है, उनके नाम इदरीस अली, आजाद शुजाई और रसूल अहमद रसूल बताए गए। ईरानी अधिकारियों के मुताबिक इन तीनों पर राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ काम करने और इजराइली खुफिया एजेंसी को गोपनीय जानकारी देने का आरोप था। यह हाल के दिनों में तीसरा ऐसा मामला है, जिसमें इजराइल के लिए जासूसी करने वालों को फांसी दी गई है। इससे पहले रविवार और सोमवार को भी दो अन्य लोगों को इसी आरोप में मौत की सजा दी गई थी। इन कार्रवाइयों से ईरान ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा और जासूसी जैसे गंभीर अपराधों पर कठोर रुख अपनाएगा।
ब्रिक्स ने हमलों को बताया अंतरराष्ट्रीय कानून उल्लंघन
BRICS ने ईरान और इजराइल के बीच सीजफायर लागू होने के बाद एक आधिकारिक बयान जारी कर अमेरिका और इजराइल द्वारा ईरान पर किए गए हमलों की कड़ी निंदा की है। समूह ने इन हमलों को न केवल अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया, बल्कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर के खिलाफ भी करार दिया। ब्रिक्स ने यह भी कहा कि ईरान की परमाणु सुविधाओं पर हमला अंतरराष्ट्रीय नियमों और IAEA यानी अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के दिशा-निर्देशों के विरुद्ध है। संगठन ने सभी पक्षों से संयम बरतने और मतभेदों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की अपील की। बयान में कहा गया कि अब समय आ गया है कि सभी पक्ष संघर्ष छोड़कर कूटनीतिक रास्ता अपनाएं और संवाद के माध्यम से समाधान निकालें। ब्रिक्स ने यह भी जोर दिया कि युद्ध किसी भी समस्या का स्थायी हल नहीं है और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए सहयोग और शांति आवश्यक है।
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