सीजफायर का एलान, ईरान ने नहीं मानी ट्रंप की बात! अब क्या होगा?

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 24 Jun 2025, 12:27 pm
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इजराइल और ईरान के बीच सीजफायर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एलान किया है। हालांकि सीजफायर के बाद भी ईरान ने इजराइल पर हमले किए है। आइये खबर में समझते हैं कि सीजफायर के एलान के बाद अब युद्ध खत्म होने की क्या उम्मीद है?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर से इजराइल और ईरान के बीच सीजफायर का एलान किया है। उन्होंने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए कहा कि सीजफायर लागू हो गया है और दोनों देशों से आग्रह किया कि इसका उल्लंघन न करें। इससे पहले मंगलवार तड़के 3:30 बजे ट्रम्प ने सीजफायर की घोषणा की थी और कहा था कि यह अगले छह घंटे में प्रभावी हो जाएगा। ट्रम्प ने यह भी स्पष्ट किया था कि शुरुआत में 12 घंटे तक ईरान हमला नहीं करेगा और अगले 12 घंटे इजराइल शांत रहेगा। इसके बाद युद्ध औपचारिक रूप से समाप्त हो जाएगा।


हालांकि ट्रम्प के सीजफायर एलान को ईरान ने तुरंत खारिज कर दिया और इजराइल पर कई हमले किए। ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि इजराइल के साथ कोई अंतिम युद्धविराम समझौता नहीं हुआ है। यदि इजराइल हमले रोक देता है तो ईरान भी हमला नहीं करेगा, लेकिन फिलहाल ऐसा कोई समझौता नहीं है। इसके कुछ देर बाद ही ईरान ने इजराइल पर 6 बार बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। टाइम्स ऑफ इजराइल के अनुसार इन हमलों में से एक मिसाइल बीर्शेबा शहर की एक इमारत पर गिरी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और बीस से अधिक लोग घायल हुए।

सीजफायर की घोषणा से कुछ घंटे पहले ही ईरान ने अमेरिका के कतर स्थित अल-उदीद एयरबेस पर 19 मिसाइलें दागी थीं। हालांकि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ, क्योंकि ईरान ने हमले से पहले अलर्ट जारी कर दिया था, जिससे समय रहते सुरक्षात्मक कदम उठाए जा सके। इस घटनाक्रम के बाद क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है और फिलहाल कोई ठोस समाधान सामने नहीं आया है। ट्रम्प के सीजफायर प्रस्ताव का असर जमीन पर दिखाई नहीं दे रहा है और संघर्ष लगातार जारी है।


अमेरिका भी कर चुका है इजराइल पर हमला

इजराइल की तरफ से हमलों के बीच अमेरिका भी ईरान पर हाथ साफ कर चुका है। अमेरिका ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हमले कर इस संघर्ष में खुलकर अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी। इन परमाणु ठिकानों में फोर्डो, नतांज और इस्फहान शामिल थे। इन हमलों को अंजाम देने के लिए अमेरिका ने अपनी एडवांस्ड 7 B-2 स्टेल्थ बॉम्बर्स की मदद ली थी। इन बॉम्बर्स ने विशेष 13,608 किलो वजनी बंकर बस्टर बम गिराए। अमेरिका ने इनके जरिए जमीन के अंदर छिपे टारगेट्स को तबाह करने का दावा किया। खासकर फोर्डो और नतांज न्यूक्लियर ठिकानों पर इन बमों का इस्तेमाल कर बड़े नुकसान का दावा किया गया। संघर्ष अब निर्णायक मोड़ पर आता दिख रहा है, जहां अमेरिका के दखल से इजराइल और ईरान के बीच युद्धविराम समझौता होता दिख रहा है। हालांकि ईरान ने सीजफायर समझौते के बाद भी कई हमले किए हैं।

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