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Hindi Now Uttar Pradesh • 11 Jul 2025, 07:14 pm
उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा फेरबदल तय माना जा रहा है। लंबे वक्त से जो सवाल सबसे बड़ा था — यूपी बीजेपी का अगला अध्यक्ष कौन? उसका जवाब अब सामने आता दिख रहा है। सूत्रों के मुताबिक़, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। अमित शाह और शीर्ष नेतृत्व ने इस नाम पर सहमति दे दी है। अंदरूनी सूत्रों की मानें तो 13 से 17 जुलाई के बीच केशव मौर्य के नाम का औपचारिक ऐलान हो सकता है। इसके बाद वे डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा देंगे और पार्टी की कमान संभालेंगे। इसे बीजेपी का बड़ा ‘पावर शिफ्ट’ माना जा रहा है।
दरअसल, बीजेपी 2027 के मिशन पर पहले से जुट गई है। पार्टी फिर से सोशल इंजीनियरिंग का कार्ड खेलना चाहती है। मौर्य समुदाय ओबीसी वर्ग में दूसरी सबसे बड़ी आबादी मानी जाती है, और केशव मौर्य इस वर्ग का मजबूत चेहरा हैं। 2017 में बीजेपी को प्रचंड बहुमत दिलाने में उनकी भूमिका अहम रही थी। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि केशव मौर्य के अध्यक्ष बनने से बीजेपी को दो बड़े फायदे होंगे,
1- पिछड़ी जातियों का वोट बैंक मज़बूत होगा।
2- एक अनुभवी नेता संगठन को फिर से जमीनी स्तर पर सक्रिय करेगा।
बीजेपी ये दांव इसलिए भी खेल रही है क्योंकि अखिलेश यादव का PDA (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) गठबंधन 2027 की तैयारी में जुटा है। ऐसे में मौर्य को अध्यक्ष बनाना सीधे-सीधे पिछड़ा कार्ड खेलने जैसा है। सूत्र बताते हैं कि पहले खुद केशव मौर्य प्रदेश अध्यक्ष बनने को लेकर असमंजस में थे, लेकिन अमित शाह और संघ से बात होने के बाद वे तैयार हो गए हैं। पार्टी के लिए यह नियुक्ति सिर्फ पद बदलाव नहीं, बल्कि एक बड़ी रणनीति का हिस्सा है। यूपी लोकसभा की 80 सीटों वाला राज्य है, और 2027 में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। पार्टी नहीं चाहती कि कोई भी जातीय समीकरण चूक जाए।
केशव मौर्य न सिर्फ एक ओबीसी नेता हैं, बल्कि संघ पृष्ठभूमि से आते हैं। उनका कार्यकर्ताओं से सीधा जुड़ाव और ग्राउंड पर पकड़ उन्हें संगठन के लिए आदर्श बनाता है। सोशल मीडिया पर भी उनकी सक्रियता और आक्रामक तेवर पार्टी के नए दौर को दर्शाते हैं। अगर सब कुछ तय प्लान के मुताबिक़ चलता है, तो जुलाई के तीसरे हफ्ते में यूपी बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा और ये होंगे केशव प्रसाद मौर्य। अब देखना ये है कि क्या ये दांव बीजेपी को मिशन 2027 में जीत दिला पाएगा या नहीं।
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