लखनऊ में बड़ा हादसा, रोडवेज बस खाई में में पलटी, 5 लोगों की मौत और 19 घायल

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 12 Sep 2025, 11:01 am
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काकोरी में 45 फीट गहरे गड्ढे में गिरी रोडवेज बस, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई और घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए।

लखनऊ। राजधानी लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र में गुरुवार शाम एक बड़ा हादसा हो गया। हरदोई से लखनऊ लौट रही कैसरबाग डिपो की रोडवेज बस बेहता नदी पुल के पास अनियंत्रित होकर 45 फीट गहरे गड्ढे में पलट गई। हादसा इतना भयावह था कि बस ने लगातार आठ पलटियां खाईं और उलटकर पहिए ऊपर हो गए। दुर्घटना में पांच यात्रियों की मौके पर मौत हो गई, जबकि चालक और परिचालक समेत 19 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बस में कुल 44 यात्री सवार थे।घायलों को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) काकोरी में भर्ती कराया गया, जहां से गंभीर हालत के चलते उन्हें ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। हादसे के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई।


कैसे हुआ हादसा?

गुरुवार शाम करीब 7 बजे बस चालक अनिल कुमार वर्मा हरदोई से लखनऊ लौट रहे थे। बस के परिचालक मोहम्मद रेहान ने बताया कि अचानक सड़क पर एक बाइक सवार आ गया। बाइक को बचाने की कोशिश में ट्रैक्टर-टैंकर अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गया। तेज रफ्तार बस उसी से टकराई और संतुलन खोकर गहरी खाई में गिर गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बस की रफ्तार काफी तेज थी। पहले उसने ट्रैक्टर-टैंकर को टक्कर मारी, फिर बाइक सवार को चपेट में लेती हुई गड्ढे में जा गिरी।


बस काट कर यात्रियों को निकाला

हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े और पुलिस को सूचना दी। थोड़ी ही देर में पुलिस, फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ की टीमें पहुंचीं। क्रेन और जेसीबी की मदद से बस को सीधा किया गया। वहीं, फंसे हुए यात्रियों को निकालने के लिए बस का हिस्सा काटा गया।कई घायलों को ग्रामीणों और अन्य वाहनों से अस्पताल भेजा गया। डीएम, पुलिस आयुक्त और मंडलायुक्त स्वयं मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य की निगरानी की।


बाइक सवार भी चपेट में आए

हादसे में दो बाइक सवार भी बस की चपेट में आ गए। एक बाइक बस के नीचे दबकर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं एक युवक बस के बाएं हिस्से में फंस गया। करीब 50 मिनट बाद जब जेसीबी से बस को सीधा किया गया, तो उसका शव उसी में फंसा मिला। शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गया था। बस हादसे में घायल हुए यात्रियों में से कई गंभीर रूप से जख्मी हैं। कुछ एंबुलेंस के आने से पहले खुद अस्पताल तक पहुँचे, जबकि कुछ को ग्रामीणों की मदद से सीएचसी लाया गया। गंभीर रूप से घायल दो लोगों को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।


मृतकों और घायलों की सूची

डीएम विशाख जी ने बताया कि अब तक  हादसे में बाबू राम (पीलीभीत), जगदीश (पीलीभीत), नरदेव ( मथुरा), संजीव (बदायूं) और लखनऊ की दिलशाद की मौत हुई है। वहीं, इरशाद हुसैन (60) दुबग्गा, अनुराग (28) हुलालखेड़ा मोहनलालगंज, अरविंद कुमार अवस्थी (56) आलमनगर, संजय (30) दुगौली काकोरी, राजेश मौर्या (35) गनेशपुर संधना सीतापुर, बसंत देवी (40) बालाजी खेतई हरदोई, संजीव प्रकाश श्रीवास्तव (50) न्यूहैदरगंज बालागंज, अरुण कुमार रश्मिखंड, भरत कुमार त्रिवेणीनगर, दिनेश (40) शारदानगर आशियाना, सुहैल अहमद गढ़ी कनौरा, दुर्गेश (40) पूरे बैजू रायबरेली, राकेश कठबारा बीकेटी, शुभाजीत मुखर्जी (40) रुचिखंड इंदिरानगर, अविरल वर्मा (29) प्रगति नगर हरदोई, अनूप कुमार मौलवीगंज, अनुज राज मौलवीगंज, बस चालक अनिल कुमार (45) श्रृंगारनगर, परिचालक मोहम्मद रेहान घायल हुए हैं।


मुख्यमंत्री ने दिए सख्त निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को घायलों के इलाज में कोई ढिलाई न बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और राहत कार्यों में तेजी लाने को कहा।


तेज रफ्तार बना हादसे का सबब

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि  हादसे के वक्त बस की रफ्तार 80 से 90 किमी प्रति घंटे की थी। बबलू रावत और नरेश रावत ने बताया कि घटनास्थल पर टैंकर सड़क किनारे लगे पौधों में पानी डाल रहा था। कुछ मजदूर काम कर रहे थे। वहीं, पास में दो बाइक सवार भी खड़े थे। इस दौरान हरदोई की तरफ से कैसरबाग डिपो की बस तेज रफ्तार में आई। सबको रौंदते हुए करीब आठ बार लुढ़क कर खाई में जा गिरी। अंधेरा होने की वजह से बस चालक सड़क किनारे खड़े टैंकर को नहीं देख सका।

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