गायत्री प्रजापति को कैदी ने क्यों मारा? सामने आई बड़ी वजह, जानकर आप भी रह जाएंगे दंग

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 04 Oct 2025, 02:50 pm
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गायत्री प्रजापति पर हमले की वजह सामने आ गयी है। आरोपी सनकी किस्म का आदमी है। थोड़ी सी बात पर वह नाराज हो जाता है। इससे पहले हत्या की वजह भी कुछ ऐसी ही रही है।

लखनऊ जेल में पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति पर जिस कैदी ने हमला किया, वह हत्या के मामले में पहले से जेल में बंद था। गायत्री प्रजापति पर भी हमले की वजह वही रही, जो हत्या के मामले में रही। दरअसल 30 सितंबर की रात को प्रजापति ने उसे किसी मामूली बात पर टोक दिया था। इसी बात से गुस्साए कैदी विश्वास कुमार ने उन पर कैंची से हमला कर दिया। इसी तरह की बात पर उसने करीब तीन साल पहले भी एक युवक की हत्या कर दी थी। तब उसने दोस्तों के साथ मिलकर युवक पर धारदार हथियार से हमला किया था।


हमले में गायत्री प्रजापति के सिर पर 13 टांके लगे हैं। उनके हाथ और पैर में भी चोटें आई हैं। घटना के बाद जेल प्रशासन ने इसे आकस्मिक बताया, लेकिन मामला अब राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। हमले के बाद से आरोपी कैदी विश्वास कुमार फिर सुर्खियों में है।


सआदतगंज हत्याकांड से जुड़ा नाम
विश्वास कुमार का नाम 27 मार्च 2022 को हुए सआदतगंज हत्याकांड से जुड़ा है। मामूली कहासुनी के बाद उसने अपने साथियों संग मिलकर सैय्यद हामिद अली पर धारदार हथियार से हमला किया था। शुरुआत में मामला हत्या के प्रयास (धारा 307) में दर्ज हुआ, लेकिन इलाज के दौरान हामिद अली की मौत हो जाने पर केस को हत्या (धारा 302) में बदल दिया गया। पुलिस जांच के बाद विश्वास समेत चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी।


भाई ने कराया था मुकदमा दर्ज
मृतक हामिद के भाई जमील अहमद ने सआदतगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि पैसे की चोरी को लेकर अजीज और उसके दोस्तों से विवाद हुआ था। उसी रंजिश में विश्वास और उसके साथियों ने हामिद पर हमला कर दिया। गंभीर हालत में उसे रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल से बलरामपुर और फिर मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।


जमानत अर्जी खारिज, जेल में ही बंद रहा
विश्वास कुमार ने 2024 में सीजेएम कोर्ट में जमानत की अर्जी दी थी, लेकिन अदालत ने उसे खारिज कर दिया। तब से वह जेल में ही बंद है। हत्या के मामले में उसकी गिरफ्तारी के बाद पूरे इलाके में डर और दहशत फैल गई थी।


जेल प्रशासन ने बताया आकस्मिक मामला
जेल अस्पताल में सफाई के दौरान गायत्री प्रजापति और विश्वास के बीच कहासुनी हुई। प्रजापति ने उसे काम को लेकर टोका, जिस पर पहले बहस और फिर गाली-गलौज हुई। इसी दौरान विश्वास ने अलमारी की लोहे की पटरी से प्रजापति पर वार कर दिया। गंभीर हालत में उन्हें केजीएमयू रेफर किया गया।
डीआईजी जेल डॉ. राम धनी ने घटना को आकस्मिक बताया और कहा कि इसमें किसी साजिश के सबूत नहीं मिले हैं। आरोपी बंदी पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। फिलहाल जेल की स्थिति सामान्य बताई जा रही है।

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