अपनों की तलाश में रातभर बिलखते रहे परिजन, हर आंख नम, हर दिल में सवाल, पूरा हादसा जान हिल जाएंगे आप!

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 30 Oct 2025, 01:41 pm
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यूपी के बहराइच जिले में एक भयावह हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। यहां नदी में नाव पलटने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि आठ लोग अभी भी लापता है। उनके परिजन रातभर अपनों की तलाश में नदी किनारे बैठे रहे। आइये पूरा अपडेट जानते हैं।

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में बुधवार शाम हुआ नाव हादसा पूरे इलाके में मातम छोड़ गया है। कतर्नियाघाट वन्यजीव रेंज के भरथापुर गांव में कौड़ियाला नदी में पलटी नाव में सवार 22 लोगों में से 8 अब भी लापता हैं। 14 घंटे से लगातार चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के बावजूद परिजनों की उम्मीद और चिंता के बीच हर बीतता पल भारी होता जा रहा है। परिजन पूरी रात नदी किनारे बैठे रहे और उनकी चीखें गूंजती रहीं। जिनके अपने अब तक नहीं मिले, वे लाचार आंखों से पानी में एकटक झांकते रहे। कोई भगवान से दुआएं मांग रहा, तो कोई गोताखोरों के लौटने के लिए उम्मीद लगाए बैठा रहा। माओं की सिसकियां, बच्चों के रोने की आवाजें और गांव में पसरा सन्नाटा इस हादसे की भयावहता को बयान कर रहे थे।


दरअसल, भरथापुर गांव के लोग बुधवार शाम बाजार से लौट रहे थे। नाव में 22 लोग सवार थे, जिनमें पांच बच्चे भी शामिल थे। बताया जा रहा है कि चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज के गेट खोले जाने के कारण नदी का बहाव बेहद तेज था। बीच मझधार में नाव एक पेड़ की टहनी से टकराई और देखते ही देखते पानी में पलट गई। कुछ लोगों ने किसी तरह तैरकर जान बचाई, जबकि पांच लोगों ने साहस दिखाते हुए 8 लोगों को बाहर निकाल लिया। मगर बाकी आठ लोग अब भी लापता हैं। 60 वर्षीय महिला मजेई का शव बरामद हुआ है, जबकि बाकी लापता लोगों की तलाश SSB, SDRF, NDRF और गोताखोरों की 50 सदस्यीय टीम कर रही है। यह टीमें 5 किलोमीटर के दायरे में लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही हैं। पूरी रात बचावकर्मी नदी में टॉर्च और नावों की मदद से लोगों को खोजते रहे।


हर आंख नम, हर दिल में सवाल, क्या उनके अपने अब लौट पाएंगे?

देवीपाटन मंडल के कमिश्नर शशिभूषण लाल और आईजी अमित पाठक भी देर रात घटनास्थल पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। आईजी ने बताया कि तेज बहाव के चलते नाव एक पुराने पेड़ से टकराई थी, जिससे हादसा हुआ। डीएम अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि अब तक एक महिला की मौत की पुष्टि हुई है और आठ लोग लापता हैं। दो SDRF, एक NDRF और SSB की टीमें मौके पर तैनात हैं। वहीं, एसपी रामनयन सिंह ने कहा कि नाव में सवार 22 में से 13 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। भरथापुर गांव भारत-नेपाल बॉर्डर पर स्थित है, जहां लोग आज भी नदी पार करने के लिए नाव पर निर्भर हैं। हादसे के बाद यह गांव अब ग़म और बेबसी में डूबा है। यहां हर आंख नम है और हर दिल में एक ही सवाल है, क्या उनके अपने अब लौट पाएंगे?

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