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Hindi Now Uttar Pradesh • 06 Oct 2025, 11:20 am
Lucknow: हिंदू धर्मगुरुओं की हत्या की साजिश रचने वाला मोहम्मद रजा मुजाहिद आर्मी न केवल युवाओं की भर्ती में लगा था, बल्कि वह लड़कियों को भी अपने संगठन में शामिल करने की कोशिश कर रहा था। इसके लिए उसने महिलाओं को कट्टरपंथ की ओर मोड़ने की योजना तैयार की थी। सूत्रों के मुताबिक, मोहम्मद रजा और उसका सहयोगी सोनभद्र निवासी सफील सलमानी मिलकर ‘इस्लाम की मुजाहिद बेटियां’ नाम की एक किताब तैयार कर रहे थे। इस किताब के जरिये महिलाओं और बच्चों को इस्लाम के नाम पर सक्रिय भूमिका निभाने के लिए उकसाया जा रहा था। योजना थी कि किताब की पीडीएफ कॉपी सोशल मीडिया के कोर ग्रुप्स में वायरल कराई जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसका संदेश पहुंच सके।
गांव से लापता हुए कई युवकबता दें कि 30 सितंबर को एटीएस ने मोहम्मद रजा को केरल से गिरफ्तार किया था। इससे पहले उसके साथी सफील सलमानी (सोनभद्र), मौलाना अकमल (सुल्तानपुर), तौसीफ (कानपुर) और कासिम (रामपुर) को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। रजा की गिरफ्तारी के बाद राधानगर थाना क्षेत्र के अंदौली गांव से कई युवक लापता बताए जा रहे हैं। पुलिस इन युवकों की गतिविधियों की जांच कर एसटीएफ को लगातार इनपुट दे रही है।
जलसे से शुरू हुआ कट्टरपंथ की ओर रुखजांच में सामने आया है कि करीब डेढ़ साल पहले एक धार्मिक जलसे में सुल्तानपुर के मौलाना अकमल से संपर्क में आने के बाद मोहम्मद रजा ने आतंकी गतिविधियों की राह पकड़ ली थी। उसने सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को जोड़कर ‘मुजाहिद आर्मी’ नाम का नेटवर्क बनाना शुरू किया। अंदौली और आसपास के कई युवक उसके इस नेटवर्क से जुड़े थे। इन्हीं प्लेटफॉर्म्स पर भड़काऊ सामग्री और ‘इस्लाम की बेटियां’ नामक किताब साझा की जा रही थी। राधानगर के प्रभारी निरीक्षक दिनेश मिश्रा ने बताया कि क्षेत्र में रोजाना गश्त बढ़ा दी गई है। पुलिस किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रख रही है और संवेदनशीलता बरती जा रही है। फिलहाल बाहरी टीम मौके पर नहीं पहुंची है, लेकिन हर इनपुट पर सतर्कता से जांच जारी है।