'रामभद्राचार्य संत नहीं, मुस्लिम औरतें 25 बच्चे करें, उनसे क्या मतलब?'

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 20 Sep 2025, 05:32 pm
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यूपी के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब जगद्गुरु राम भद्राचार्य को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि मैं उन्हें संत नहीं मानता। वह ऊल-जुलूल बाते करते हैं। मुस्लिम औरतें 25 बच्चे करें, उनसे क्या मतलब? आइये पूरा बयान जानते हैं।

बलिया में पहुंचे सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने जगद्गुरु राम भद्राचार्य को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मैं उन्हें संत नहीं मानता, क्योंकि उनकी भाषा संतों जैसी मर्यादित नहीं है। मौर्य ने कहा कि किसी मुस्लिम महिला के 25 बच्चे होने से राम भद्राचार्य को क्या लेना-देना है। उन्होंने कहा कि यह पागलपन है। वह एक भी ऐसी महिला को सामने लाकर दिखाएं, जिसके इतने बच्चे हों। मौर्य ने कहा कि बिना सिर-पैर की बातें करना संत की गरिमा को ठेस पहुंचाना है और यह मूर्खता ही कहलाएगी।


संविधान सम्मान और जनहित हुंकार यात्रा के दौरान बलिया में मौर्य ने भाजपा और सपा दोनों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की PDA की परिभाषा ही समझ से परे है। कभी वह D का अर्थ डिंपल बताते हैं, तो कभी दलित। कभी P पिछड़ा और कभी पंडित हो जाता है। इसी तरह A का अर्थ अल्पसंख्यक, आधी आबादी या अगड़ा बताया जाता है। आखिर इसकी सही परिभाषा वह खुद ही तय नहीं कर पाए।


यूपी में जंगलराज का नंगा नाच चल रहा

प्रदेश की कानून व्यवस्था पर निशाना साधते हुए मौर्य ने कहा कि यूपी में अपराध चरम पर है। बलिया में ही एक दिन में तीन बड़ी घटनाएं हुईं। थाने से कुछ ही दूरी पर एक शिक्षक की हत्या कर दी गई और दो शिक्षिकाओं की चेन लूट ली गई। उन्होंने कहा कि योगी सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है और प्रदेश में जंगलराज का नंगा नाच चल रहा है। 


बकरी-मुर्गी चोरी का आरोप लगाकर आजम को भेज रहे जेल

आजम खान का जिक्र करते हुए मौर्य बोले कि यूपी के वरिष्ठ नेताओं में से एक को राजनीतिक दुर्भावना से लगातार परेशान किया गया। मुर्गी और बकरी चोरी जैसे आरोप लगाकर उन्हें और उनके परिवार को बार-बार जेल भेजा गया। यह सरकार की बदले की राजनीति है। इस तरह की राजनीति कतई सही नहीं है।


सबसे बेहतर बसपा शासनकाल

बसपा शासन को सबसे बेहतर बताते हुए मौर्य ने कहा कि आजादी के बाद सबसे मजबूत सरकार मायावती की रही, जिसमें दलित समेत सभी वर्ग सुरक्षित थे। उस दौर में माफिया जेल में थे और कानून व्यवस्था मजबूत थी। जबकि भाजपा सरकार में युवाओं को रोजगार नहीं, किसानों की फसल छुट्टा पशुओं से बर्बाद हो रही है और करोड़ों लोग गरीबी में जी रहे हैं।


शराब की दुकानें खोलना योगी की प्राथमिकता

मौर्य ने कहा कि योगी सरकार से जनता को उम्मीदें थीं, लेकिन उनकी प्राथमिकता शराब की दुकानें खोलना रह गईं, जबकि स्कूल बंद हो रहे हैं। मौर्य ने साफ कहा कि उनकी यात्रा का उद्देश्य जनता को जागरूक करना है, ताकि 2027 का चुनाव भाजपा की विदाई का चुनाव बने। इसके लिए वह समान विचारधारा वाली पार्टियों से हाथ मिलाने में हिचकेंगे नहीं।


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