हाथ-पैर बांधा, फिर कंक्रीट मसाला मुंह में भरकर महिला को मार डाला, कन्नौज में ससुर-दामाद ने लूट से पहले दिखाई दरिंदगी

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 24 Sep 2025, 11:10 am
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पांच साल पहले पिता अर्जुन श्रीवास्तव की हादसे में मौत के बाद मां ही उनका सहारा थीं। दीपावली पर नए घर में शिफ्ट होने की योजना थी।

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में सोमवार को हुए डबल क्राइम—लूट और हत्या—ने पूरे शहर को दहला दिया है। मोहल्ला कुतलूपुर मकरंदनगर में दिनदहाड़े महिला और उसकी बेटी को बंधक बनाकर लाखों की लूट के साथ बेरहमी से महिला की हत्या कर दी गई। जांच में सामने आया कि वारदात को अंजाम देने वाले कोई और नहीं, बल्कि घर में तीन महीने से टाइल्स लगाने का काम कर रहे मिस्त्री जसवंत सिंह उर्फ पंकज चौहान और उसका दामाद सूरज कश्यप थे।


हत्या से पहले हैवानियत

पुलिस जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। महिला सुनीता श्रीवास्तव (50) के हाथ-पैर रस्सियों से बांधकर उनके मुंह में सीमेंट-कंक्रीट का मसाला ठूंसा गया। इसके बाद बसूली (हथौड़े) से सिर पर प्रहार कर हत्या की गई। रिपोर्ट के मुताबिक, सुनीता के शरीर पर 12 से ज्यादा चोटों के निशान हैं, जिससे साफ है कि वह लंबे समय तक आरोपियों से जूझती रहीं।


पांच साल पहले पति की हो चुकी थी मौत

सुनीता श्रीवास्तव पांच साल पहले पति अर्जुन श्रीवास्तव की सड़क हादसे में मौत के बाद दो बेटियों का सहारा थीं। दीपावली पर नए घर में शिफ्ट होने की योजना थी, लेकिन उससे पहले ही घर मातम में बदल गया। मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद शव घर लाया गया तो माहौल गमगीन हो गया। मां का शव देखकर दोनों बेटियां बेसुध हो गईं। परिजनों और रिश्तेदारों ने किसी तरह उन्हें संभाला।


आरोपियों पर 25-25 हजार इनाम घोषित

कानपुर रेंज के डीआईजी हरीश चंदर ने घटनास्थल का निरीक्षण कर परिजनों से बात की और आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि जसवंत और सूरज पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए पांच टीमों का गठन किया गया है। एक टीम पंजाब भेजी गई है, जबकि लखनऊ, उन्नाव, गोंडा और बलरामपुर समेत कई जिलों में दबिश दी जा रही है।


दामाद सूरज है शातिर अपराधी

एसपी ने बताया कि सूरज कश्यप शातिर अपराधी है। लखनऊ के अलग-अलग थानों में चोरी और लूट के 19 मुकदमे दर्ज हैं। तीन महीने पहले ही जेल से छूटा था। वहीं, बलरामपुर का रहने वाला जसवंत सिंह पर कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला, लेकिन डेढ़ साल पहले कन्नौज आकर टाइल्स का काम करने लगा। दोनों ससुर-दामाद हैं और फगुहा भट्ठा गांव में किराये पर रहते थे। घटना के बाद जसवंत की बेटी औ सूरज की पत्नी भी फरार है।


बेटियों की सुरक्षा पुख्ता, मंत्री ने कार्रवाई दिया आश्वासन

डीआईजी के आदेश पर सुनीता की छोटी बेटी दीया श्रीवास्तव, जो ग्रामीण बैंक की ठठिया शाखा में कैशियर को गनर मुहैया कराया गया है। बड़ी बेटी की सुरक्षा के लिए घर पर महिला पुलिसकर्मी तैनात की गई है। वहीं, मंगलवार की शाम समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण भी कुतलूपुर पहुंचे। बड़ी बेटी कोमल ने रोते हुए कहा, “मंत्री जी, जिंदा नहीं रहने चाहिए वो जिन्होंने मेरी मां को इतनी बेरहमी से मार दिया।” इस पर मंत्री ने भरोसा दिलाया कि अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही परिजनों की मांग पर छोटी बेटी का ट्रांसफर कन्नौज में ही कराने का आश्वासन दिया।


जानिए पूरा क्या है मामला

सोमवार दोपहर करीब 2 बजे दोनों आरोपी घर में घुसे और सुनीता व उनकी बेटी कोमल को बंधक बना लिया। लाखों की नकदी और जेवर लूटने के बाद सुनीता का गला रस्सी से कसकर हत्या कर दी। कोमल ने किसी तरह हाथ-पैर खोलकर पड़ोसी के घर भागकर वारदात की जानकारी दी। जब लोग पहुंचे तो सुनीता बेहोश पड़ी थीं। जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

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