Curated By:
editor1 |
Hindi Now Uttar Pradesh • 10 Oct 2025, 12:47 pm
मुलायम सिंह यादव की तीसरी पुण्यतिथि पर सैफई में पूरा यादव कुनबा एकजुट हो गया और सपा के नेता व कार्यकर्ता भी भारी संख्या में मौजूद रहे। पार्टी अध्यक्ष और उनके बेटे अखिलेश यादव ने पिता को पुष्पांजलि अर्पित की और मंच से नेताजी की याद में संदेश दिए। मंच पर करीब पचास लोग बैठे दिखे। अखिलेश के बगल में राम गोपाल यादव व रामजी लाल सुमन थे, जबकि शिवपाल सुमन के पास बैठे नजर आए। डिंपल और धर्मेंद्र भी मंच पर मौजूद रहे।
सैफई में भारी संख्या में समर्थकों का हुजूम भी जुटा था। कुछ समर्थक दूर से विशेष रूप से पहुंचे। एक समर्थक लखनऊ से साइकिल से आया और मंच तक पहुंचने का प्रयास किया, जिसे सुरक्षा कर्मियों ने रोका। कुछ लोग टेंट पर भी चढ़ गए। नेताओं के पास पहुंचकर उनके पैर छूने का सिलसिला भी चलता रहा, जो स्थानीय समर्थकों में उत्साह का संकेत दे रहा था।
अखिलेश बोले नेता जी के रास्ते पर चलने का संकल्प
मंच से बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि वे सभी नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं और उनके दिखाए रास्ते पर संविधान की रक्षा के लिए चलने का संकल्प ले रहे हैं। उन्होंने संविधान को ‘संजीवनी’ करार दिया और कहा कि समाजवादी विचारधारा व सामाजिक न्याय की रक्षा उनकी प्राथमिकता होगी। अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकार संविधान को कमजोर करने की साजिश कर रही है तथा विभिन्न हथकंडे अपना कर आरक्षण व सामाजिक न्याय के स्वरूप को खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा कि हम उन तमाम ताकतों को परास्त करेंगे जो समाजवादी एवं न्यायोचित व्यवस्था को समाप्त करना चाहती हैं। हमारा संघर्ष जारी रहेगा। हम एक हैं और पीडीए की गरिमा के लिए लड़ेंगे।
राम गोपाल यादव ने नम आंखों से किया नेताजी को याद
इससे पहले सपा सांसद राम गोपाल यादव ने नेताजी के व्यक्तित्व और कार्यों को याद करते हुए कहा कि मुलायम ने असंघटित व अनदेखे लोगों को बड़ा मंच दिया। उन्होंने वर्तमान समय में लोगों पर हो रहे अत्याचारों की निंदा की और आश्वस्त किया कि 2027 में राज्य और 2029 में केंद्र की वर्तमान सरकार बदल जाएगी।
आज ही के दिन 2022 में नेता जी का हुआ था निधन
नेताजी का निधन 10 अक्टूबर 2022 को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में हुआ था। पहलवानी के शौकीन मुलायम ने पचास वर्षों से अधिक समय तक राजनीति की और कई बार विधायक व सांसद रहे। वे तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और केन्द्र में रक्षा मंत्री भी रहे। अखिलेश ने दोहराया कि मुलायम का सारा संघर्ष वकालत वंचितों, किसानों, मजदूरों, दलितों व अल्पसंख्यकों के हक-अधिकार के लिए था। उन्होंने कहा कि समाजवाद व सेक्युलरिज्म को मजबूत कर पीडीए-विचारधारा को आगे बढ़ाया जाएगा और नेताजी के आदर्शों पर चलते हुए समानता एवं न्याय स्थापित करने का संकल्प लिया गया है।
यह भी पढ़ें- 25 नवंबर को अयोध्या से नया संदेश देंगे पीएम मोदी! क्या कुछ बड़ा होने वाला है? जानें क्या है प्लानिंग