25 नवंबर को अयोध्या से नया संदेश देंगे पीएम मोदी! क्या कुछ बड़ा होने वाला है? जानें क्या है प्लानिंग

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 09 Oct 2025, 07:43 pm
news-banner
पीएम मोदी 25 नवंबर को अयोध्या जाने वाले हैं। वहां से प्रधानमंत्री देश-दुनिया को नया संदेश देंगे। इस बार पीएम मोदी क्या नया करने वाले हैं या उनका क्या प्लान है? आइये खबर में जान लेते हैं।

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को अयोध्या का दौरा करेंगे। इस दौरान वह देश को नया संदेश देंगे। दरअसल यह मेसेज और कुछ नहीं, बल्कि राममंदिर के पूर्ण रूप से बनकर तैयार होने को लेकर है। प्रधानमंत्री राम मंदिर में ध्वज फहराएंगे और पूरी दुनिया को यह बताएंगे कि राम मंदिर पूरी तरह बनकर तैयार हो चुका है।

राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि राम मंदिर केवल एक राष्ट्र मंदिर नहीं होगा, बल्कि इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का राम मंदिर बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री चाहते हैं कि यह विचार सभी क्षेत्रों, वर्गों और विचारधाराओं के लोग स्वीकार करें। जब यह सपना साकार होता दिखाई देगा, तब सभी के मन में संतोष और गर्व का अनुभव होगा।


21 फीट ऊंचा ध्वजारोहण करेंगे प्रधानमंत्री

25 नवंबर अयोध्या के लिए एक ऐतिहासिक दिन साबित होगा। इस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचकर राम मंदिर के शिखर पर 21 फीट ऊंचा ध्वजारोहण करेंगे। यह दिन इसलिए भी विशेष होगा क्योंकि इसी दिन राम मंदिर के निर्माण के पूर्ण होने की घोषणा की जाएगी। प्रधानमंत्री के द्वारा ध्वजारोहण पूरे विश्व को यह संदेश देगा कि राम मंदिर का निर्माण कार्य सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है।


ध्वज के रूप-रंग और निर्माण की जिम्मेदारी चंपत राय के पास

ध्वज के स्वरूप, रंग और प्रतीक चिन्ह को तय करने की जिम्मेदारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को सौंपी गई है। पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया था। इसके बाद 22 जनवरी 2024 को रामलला भव्य महल में विराजमान हुए, जिसमें प्रधानमंत्री मुख्य यजमान थे और उनके हाथों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कराई गई थी। मंदिर के निर्माण के पूर्ण होने के बाद 25 नवंबर को प्रधानमंत्री ध्वजारोहण करेंगे।


राम विवाह पंचमी की शुभ तिथि पर होगा ध्वजारोहण

ध्वजारोहण राम विवाह पंचमी की शुभ तिथि पर किया जाएगा। 21 नवंबर से 25 नवंबर तक पांच दिवसीय अनुष्ठान आयोजित होंगे। वैदिक आचार्यों की उपस्थिति में अयोध्या और काशी के विद्वान इन अनुष्ठानों का संचालन करेंगे। इस आयोजन के माध्यम से न केवल मंदिर निर्माण की पूर्णता का उत्सव मनाया जाएगा, बल्कि विश्व को यह संदेश भी दिया जाएगा कि राम मंदिर का निर्माण कार्य सफलता के साथ संपन्न हो चुका है।

यह भी पढ़ें- यूपी में हर व्यक्ति की सालाना आय होगी 26 लाख रुपये, जान लें पूरा प्लान

advertisement image