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Hindi Now Uttar Pradesh • 01 Oct 2025, 11:50 am
बरेली में “आई लव मोहम्मद” के समर्थन में हुए बवाल की जांच लगातार जारी है। मंगलवार को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद फायरिंग में शामिल आरोपी ताजीम को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाएं घुटने में गोली लगी है। ताजीम पर पहले से ही पशु तस्करी समेत कई आरोप हैं। इसके अलावा 16 और उपद्रवियों को भी पुलिस ने दबोचा है। इस तरह अब तक 73 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से कई बिहार और पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं।
पुलिस और खुफिया एजेंसियों का संदेह था कि हिंसा में बाहरी लोग भी शामिल थे। मंगलवार को कोतवाली पुलिस ने 14 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया, जिनमें हरमेन रजा और नेमतुल्ला नाम के दो आरोपी बिहार के पूर्णिया जिले के निवासी निकले। दोनों नौमहला मस्जिद में ठहरे हुए थे और घटना के बाद बिहार भागने की तैयारी कर रहे थे, तभी पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। जांच में यह भी सामने आया है कि प्रशासन के कहने पर संगठन आईएमसी के फेसबुक पेज पर एक अपील पोस्ट की गई थी, लेकिन बाद में उसे हटा दिया गया। आरोप है कि नफीस ने यह पत्र अपने बेटे फरमान को अपलोड करने को कहा था, लेकिन कुछ मिनट बाद ही पोस्ट डिलीट कर दी गई। इसके बाद फरमान ने शुक्रवार सुबह मौलाना तौकीर रजा का एक भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर डाला, जिसमें उन्होंने पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती दी थी।
एसपी सिटी मानुष पारीक के मुताबिक 26 सितंबर को पार्षद अनीस की अपील पर काजीटोला का ताजीम भीड़ में तमंचा लेकर आया था और पुलिस पर फायरिंग कर दी थी। इसी ताजीम को मुठभेड़ के बाद पकड़ा गया। वहीं बारादरी और कोतवाली थाने की पुलिस ने आईएमसी जिलाध्यक्ष शमशाद सहित 15 आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया, जबकि एक किशोर को सुधार गृह भेजा गया। बरेली विकास प्राधिकरण ने मौलाना तौकीर रजा के करीबी शराफत के नरियावल स्थित बारातघर को अवैध निर्माण के आरोप में सील कर दिया। नगर निगम ने भी सपा पार्षद उमान रजा खान के दो चार्जिंग स्टेशनों को ध्वस्त किया, जो नाले और नगर निगम की जमीन पर बने थे।
एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि नफीस और उसके बेटे फरमान के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए माहौल भड़काने और हिंसा भड़काने में भूमिका निभाई। पुलिस ने चेतावनी दी है कि जांच में जिनका भी नाम सामने आएगा, उन्हें किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
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