प्रिंसिपल मैडम इन्हें पढ़ने दो, ये बच्चे देश के भविष्य हैं, आपने तो मजदूर बना दिया

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 31 Jul 2025, 06:42 pm
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उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां कंपोजिट विद्यालय के नौनिहाल छात्रों से सिलेंडर मंगवाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले के सामने आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। आइये पूरा मामला जानते हैं।

बुलंदशहर जिले के अनूपशहर क्षेत्र के एक परिषदीय स्कूल का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक नौनिहाल छात्र साइकिल पर गैस सिलेंडर ढोता हुआ नजर आ रहा है। यह वीडियो गांव रोरा स्थित कंपोजिट विद्यालय का बताया जा रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बच्चा जब साइकिल पर सिलेंडर लादकर जा रहा था, तो गांव के ही रहने वाले एक शख्स अजीत शर्मा ने उसे रोककर पूछा कि वह इस छोटी सी उम्र में सिलेंडर क्यों ढो रहा है। छात्र ने जवाब में बताया कि उसे यह काम स्कूल की प्रिंसिपल मैडम ने सौंपा है। इसलिए वह सिलेंडर लादकर ले जा रहा है।


सात महीने पहले छात्रों से उठवाई राशन की बोरियां

यह पहली बार नहीं है, जब इस स्कूल में छात्रों से ऐसे जोखिम भरे काम कराए जाने का मामला सामने आया हो। करीब सात महीने पहले भी इसी विद्यालय के चार छात्रों का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह मिड-डे मील के लिए आए राशन की भारी बोरियां उठाते नजर आए थे। उस घटना के बाद भी स्कूल प्रशासन और शिक्षा विभाग पर सवाल खड़े हुए थे। इस नए मामले के सामने आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। संबंधित अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए हैं।


मामले पर बीएसए ने मांगी रिपोर्ट

बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. लक्ष्मी कांत पांडे ने बताया कि इससे पहले भी विद्यालय में छात्रों से श्रम कराए जाने की शिकायत पर रिपोर्ट ली गई थी। अब इस ताजा मामले में अनूपशहर की उप जिलाधिकारी प्रियंका गोयल ने भी इस मामले की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा है कि वायरल वीडियो की सूचना मिली है। इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए खंड शिक्षा अधिकारी को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।


खंड शिक्षा अधिकारी कर रहे मामले की जांच

खंड शिक्षा अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि वह स्वयं पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि जांच में कोई भी कर्मचारी या अध्यापक दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग की ओर से यह भी कहा गया है कि विद्यालयों में बच्चों से किसी भी तरह का काम कराना न सिर्फ नियमों का उल्लंघन है, बल्कि उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए भी नुकसानदायक है। मामले की जांच जारी है और रिपोर्ट के आधार पर उचित कदम उठाए जाएंगे।

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