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Hindi Now Uttar Pradesh • 23 Sep 2025, 12:17 pm
गाजियाबाद में नवरात्र के पहले दिन महिला पुलिस टीम ने एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर सुर्खियां बटोरी है। यह एनकाउंटर जिले में महिला पुलिस का पहला एनकाउंटर बताया जा रहा है। महिला पुलिसकर्मियों ने बदमाश के पैर में गोली मारी है। इस घटना में वह घायल हो गया है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सोमवार देर रात करीब डेढ़ बजे लोहिया नगर के पास महिला पुलिस टीम चेकिंग कर रही थी। तभी मेरठ रोड की ओर से एक स्कूटी सवार आता दिखाई दिया। पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह रुकने के बजाय स्कूटी मोड़कर भागने लगा। पीछा करने पर स्कूटी फिसलकर गिर गई और आरोपी ने भागते हुए महिला पुलिस पर फायरिंग कर दी। इस हमले से महिला पुलिसकर्मी सतर्क हो गईं। उन्होंने घेराबंदी कर जवाबी कार्रवाई की। गोलीबारी के दौरान बदमाश के पैर में गोली लगी और वह घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद महिला पुलिसकर्मियों ने बहादुरी दिखाते हुए आरोपी को कंधे पर उठाकर गाड़ी तक पहुंचाया और उसे जिला एमएमजी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस कमिश्नर जे. रविंदर गौड़ ने इसे महिला पुलिस टीम की बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि यह नारी सशक्तिकरण की मिसाल बनेगा।
गिरफ्तार आरोपी पर पहले से 10 मुकदमे दर्ज
आरोपी की पहचान जितेंद्र पुत्र नंदकिशोर निवासी सेक्टर-9 थाना विजयनगर के रूप में हुई। वह थाने का हिस्ट्रीशीटर है और उस पर चोरी व लूट के 10 मुकदमे दर्ज हैं। मौके से पुलिस ने उसके पास से अवैध तमंचा, चोरी के टैबलेट और मोबाइल बरामद किए। साथ ही स्कूटी भी बरामद हुई, जिसे उसने दिल्ली से चोरी किया था। पकड़े जाने पर आरोपी ने महिला पुलिस से हाथ जोड़कर माफी मांगी और कहा कि अब वह कभी अपराध नहीं करेगा और न ही पुलिस पर गोली चलाएगा।
गैंग बनाकर लूटपाट और चोरी करता था आरोपी
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह एनसीआर क्षेत्रों में गैंग बनाकर लूटपाट और चोरी करता है। वह राहगीरों से मोबाइल, नकदी और कीमती सामान छीनकर भाग जाता था। फिर इन वस्तुओं को सस्ते दामों में बेचकर अपने शौक पूरे करता था। उसने स्वीकार किया कि उससे बरामद टैबलेट और मोबाइल क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र से लूटे गए थे। महिला थाना प्रभारी रितु त्यागी ने बताया कि टीम में दो महिला दरोगा और दो हेड कॉन्स्टेबल शामिल थीं। सभी ने साहस और संयम दिखाते हुए आरोपी को पकड़कर आगामी वारदातों पर लगाम लगा दी है। साठ ही टीम ने यह भी साबित किया कि महिला पुलिस किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटती। यह कार्रवाई गाजियाबाद पुलिस इतिहास में एक अहम मील का पत्थर साबित हुई है।
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