दिवाली पर भूलकर भी न दें ये 7 गिफ्ट, रिश्तों में पड़ सकता है असर, त्योहार से पहले जान लें ये जरूरी खबर

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 07 Oct 2025, 11:59 am
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खुशियों और रोशनी का त्योहार दिवाली बेहद नजदीक है। इस साल यह त्योहार 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन लोग अपने चहेतों को गिफ्ट देकर खुशियां बांटते हैं। दिवाली पर सही गिफ्ट का चुनाव जरूरी है। कहीं अनजाने में आप अपने प्रियजनों को अशुभ गिफ्ट न दे दें तो आइये

दिवाली रोशनी के साथ-साथ खुशियां बांटने का पर्व है। इस दिन अपने प्रियजनों को उपहार देकर उनके जीवन में सुख और समृद्धि की कामना की जाती है, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार उपहार चुनते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। कुछ वस्तुएं ऐसी मानी जाती हैं, जिन्हें दिवाली पर न तो देना चाहिए और न ही लेना चाहिए, क्योंकि वे अशुभ मानी जाती हैं और जीवन में नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। ऐसे उपहार न केवल नकारात्मक ऊर्जा का संकेत देते हैं, बल्कि आपके जीवन में बाधाएं भी उत्पन्न कर सकते हैं। इसलिए दिवाली के उपहार सोच-समझकर ही देने चाहिए। बहुत से लोग बिना विचार किए कोई भी वस्तु उपहार में दे देते हैं, जो उचित नहीं है। सही उपहार का चयन न केवल रिश्तों को मजबूत बनाता है, बल्कि आपके जीवन में सकारात्मकता और खुशहाली भी लाता है। इस शुभ पर्व पर दिया गया हर उपहार आपकी भावनाओं और शुभकामनाओं का प्रतीक होना चाहिए। आगे हम आपको बताने वाले हैं कि दिवाली पर क्या उपहार देने चाहिए और क्या नहीं।


पैसे, सोने-चांदी के सिक्के या भगवान की मूर्तियां

दिवाली के दिन पैसों का लेन-देन शुभ नहीं माना जाता है। इस दिन किसी की बकाया पैसे देने या किसी भी तरह की पेमेंट करने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करना घर से लक्ष्मी को विदा करने जैसा माना जाता है। इसके अलावा धार्मिक दृष्टिकोण से सोने और चांदी के सिक्कों को, खासकर जिन पर देवी लक्ष्मी या भगवान गणेश की आकृति हो उपहार में देना उचित नहीं है। ऐसा करने से घर की संपत्ति और समृद्धि दूसरों के साथ बांटने का संकेत माना जाता है। इसी तरह भगवान की मूर्ति या तस्वीर को भी उपहार में देना सही नहीं है। वास्तु शास्त्र के अनुसार भगवान सेवा के लिए होते हैं, उपहार देने के लिए नहीं। इसलिए दिवाली पर ऐसे उपहारों से परहेज करना चाहिए।


नुकीली व धारदार वस्तुएं- चाकू, कैंची, पेचकस आदि

आजकल बाजार में कई आकर्षक शोपीस और नुकीली वस्तुएं मिलती हैं, जिन्हें लोग उपहार में देना पसंद करते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार चाकू, कैंची या किसी भी धारदार वस्तु को गिफ्ट में देना अशुभ माना जाता है। ऐसी वस्तुएं रिश्तों में टकराव, गलतफहमी और दूरी बढ़ाने का संकेत देती हैं। माना जाता है कि धारदार चीजें संबंधों को काटने का प्रतीक होती हैं और जीवन में विवाद या नकारात्मकता ला सकती हैं। इसलिए दिवाली जैसे शुभ अवसर पर इनका लेन-देन करने से बचना चाहिए। उपहार हमेशा ऐसे दें जो प्रेम, सौहार्द और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक हों। सही उपहार आपके रिश्तों में मिठास बढ़ाते हैं, जबकि नुकीले उपहार अनजाने में मनमुटाव का कारण बन सकते हैं।


दिवाली पर गिफ्ट न करें घड़ी, अशुभ संकेत

किसी खास मौके पर घड़ियां उपहार में देना आम बात है, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार यह शुभ नहीं माना जाता। घड़ी समय का प्रतीक होती है, जो बीतते हुए जीवन और घटते समय का संकेत देती है। माना जाता है कि किसी को घड़ी गिफ्ट करने से रिश्तों में दूरी और नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यह समय के समाप्त होने या बुरे समय के आने का प्रतीक माना जाता है। इसलिए दिवाली, शादी या जन्मदिन जैसे शुभ अवसरों पर घड़ी उपहार में देने से बचना चाहिए। वास्तु के अनुसार ऐसा करने से जीवन में रुकावटें या अशुभ परिस्थितियां पैदा हो सकती हैं। बेहतर होगा कि आप ऐसे उपहार दें जो सकारात्मक ऊर्जा और शुभ संकेत दें।


काले रंग के कपड़े, रुमाल और तौलिया

दिवाली के शुभ अवसर पर अपने प्रियजनों को काले कपड़े उपहार में देने से बचना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार काला रंग अंधकार और नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है, जबकि दिवाली प्रकाश और सकारात्मक ऊर्जा का पर्व है। ऐसे में काले रंग के कपड़े गिफ्ट करने से जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसके अलावा वास्तु में रुमाल, तौलिया, नकली फूल, सजावटी पौधे व खाली बर्तन नहीं देने चाहिए। इन्हें भी उपहार में देना अशुभ माना गया है। माना जाता है कि इन्हें देने से रिश्तों में दरार या मनमुटाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसलिए दिवाली पर ऐसे उपहारों से परहेज करें और इसके बजाय ऐसे तोहफे दें जो शुभता, प्रेम और सकारात्मकता का प्रतीक हों, जिससे आपके संबंध और भी मजबूत बनें। 


जूते चप्पल और चमड़े से बनी वस्तुएं

दिवाली पर किसी को जूते-चप्पल उपहार में देना शुभ नहीं माना जाता। हालांकि ये रोजमर्रा की जरूरत हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार इन्हें गिफ्ट करने से रिश्तों में कलह और घर में नकारात्मकता बढ़ सकती है। विशेष रूप से चमड़े से बनी वस्तुएं अशुभ मानी जाती हैं, क्योंकि चमड़ा मृत जीवों से जुड़ा होता है और नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। दिवाली जैसे शुभ अवसर पर ऐसे उपहार देने से बचना चाहिए। इसके बजाय प्राकृतिक वस्तुओं या सकारात्मकता दर्शाने वाले उपहार देना बेहतर माना जाता है। ऐसे तोहफे न केवल शुभता का प्रतीक होते हैं बल्कि रिश्तों में प्रेम और सौहार्द भी बढ़ाते हैं, जिससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।


कांच के गिफ्ट, टूटी या दरकी हुई चीजें

कांच की वस्तुएं जैसे आईना, घड़ी, फोटो फ्रेम या ग्लास शोपीस देखने में आकर्षक लगते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार ये रिश्तों में दरार का संकेत देती हैं। कांच का स्वभाव ही नाजुक और टूटने वाला होता है, इसलिए इसे संबंधों को कमजोर करने वाला माना जाता है। यही वजह है कि कांच से बनी चीजें गिफ्ट में देना अशुभ माना जाता है। दिवाली जैसे शुभ अवसर पर न केवल कांच की वस्तुएं देने से बचना चाहिए, बल्कि टूटी या चटकी हुई वस्तुओं को गिफ्ट व दान भी नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और घर के वातावरण में अस्थिरता आ सकती है।


तेल और घी और नमक

दिवाली के दिन तेल और घी जैसी वस्तुओं का दान करने से बचना चाहिए, क्योंकि ये आग को बढ़ावा देने वाली वस्तुएं मानी जाती हैं और वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा करना अशुभ होता है। इसके अलावा दिवाली के दिन नमक का दान भी नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि नमक दान करने से रिश्तों में कड़वाहट और दूरी बढ़ सकती है। इस शुभ पर्व पर ऐसे दान या लेन-देन से परहेज करना चाहिए जो नकारात्मकता को आकर्षित करें, ताकि घर में सुख, शांति और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।


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