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Hindi Now Uttar Pradesh • 20 Sep 2025, 12:33 pm
लखीमपुर खीरी के निघासन तहसील क्षेत्र के ग्रंट 12 गांव में शारदा नदी की कटान का सिलसिला लगातार जारी है। गुरुवार शाम यहां दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां शुक्रवार सुबह तक सिर्फ 12 घंटे में 10 और घर नदी में समा गए। अब तक शारदा नदी यहां के 101 मकानों को निगल चुकी है। इससे सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं।
कटान की ताजा घटनाओं में गांव के रामश्री, चंद्रकली, डालचंद, महेश, लज्जावती, अभिषेक, शिवराम, शांतई, धर्मेंद्र और राधेश्याम के मकान नदी में समा गए। हालात इतने गंभीर हैं कि ग्रामीण अपने घरों को बचाने में पूरी तरह बेबस दिख रहे हैं। शुक्रवार को कटान के दौरान एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। एक युवती घर के बाहर खड़ी थी, तभी पूरा मकान भरभरा कर नदी में समा गया। युवती ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। इस घटना का वीडियो भी ग्रामीणों ने बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। यह वीडियो देख हर कोई भौचक्का है।
ग्रामीणों का छलका दर्द, खुले आसमान में सो रहे
गांव के बेघर हुए परिवारों का कहना है कि उन्हें अब कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है। दिन ढलते ही उन्हें खुले आसमान के नीचे रात गुजारनी पड़ती है। धूप-बारिश सबकुछ सहना पड़ता है। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन केवल मुआवजे का आश्वासन देकर खानापूर्ति कर रहा है। न तो राहत सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है और न ही सुरक्षित ठिकानों की व्यवस्था की गई है। पीड़ित परिवारों का कहना है कि वे लगातार गुहार लगा रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
कटान पर नजर रखने को लेखपाल तैनात
प्रशासनिक स्तर पर तहसीलदार मुकेश वर्मा ने बताया कि कटानग्रस्त क्षेत्र पर नजर रखने के लिए लेखपाल को तैनात किया गया है। शासन को रोजाना रिपोर्ट भेजी जा रही है और जल्द ही प्रभावित परिवारों को मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। फिलहाल नदी का कटान थमने का नाम नहीं ले रहा है और हर दिन नए परिवार बेघर हो रहे हैं। ग्रामीणों को डर है कि यदि प्रशासन ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए, तो पूरा गांव धीरे-धीरे नदी की धारा में समा जाएगा।
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