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Hindi Now Uttar Pradesh • 04 Sep 2025, 12:55 pm
गोरखपुर के शाहपुर इलाके से बुधवार रात एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। पति ने भरे बाजार में पत्नी को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इस दौरान पति बोला कि पैसों की डिमांड करती है। बता दें कि पति-पत्नी के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था और तलाक का केस कोर्ट में लंबित था। दोनों अलग-अलग जगह किराए पर रहते थे। पत्नी ममता चौहान (35) शहर की एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थी और 13 साल की बेटी के साथ गीता वाटिका के पास किराए के मकान में रहती थी।
बुधवार शाम ममता ऑफिस से लौटते समय शाहपुर जेल रोड स्थित राधिका फोटो स्टूडियो पर रुकी। तभी उसका पति विश्वकर्मा चौहान वहां पहुंच गया। स्टूडियो से बाहर निकलते ही दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। मामला धक्का-मुक्की तक पहुंच गया। इसी बीच गुस्से में आकर विश्वकर्मा ने पिस्टल निकाल पत्नी पर दो गोलियां दाग दीं। एक गोली सीने में और दूसरी हाथ में लगी। ममता जमीन पर गिर पड़ी। आसपास मौजूद लोग उसे फौरन विनायक हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
हत्या के बाद आरोपी पति भागा नहीं बल्कि वहीं खड़ा रहा। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। वारदात की सूचना उसकी 13 साल की बेटी ने पुलिस को दी और पिता के खिलाफ हत्या की तहरीर भी दी। उसकी तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। बेटी ने आरोप लगाया कि उसके पिता का कई महिलाओं से अफेयर था और इसी वजह से वह उसकी मां को परेशान करता था।
जानकारी के मुताबिक ममता और विश्वकर्मा की शादी 15 साल पहले हुई थी। शादी के कुछ वर्षों बाद से ही दोनों में कलह शुरू हो गई थी। दोनों एक-दूसरे पर अवैध संबंधों के आरोप लगाते थे। करीब 14 महीने पहले दोनों ने अलग होने का फैसला कर फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी दी, लेकिन ममता कोर्ट में गवाही देने नहीं पहुंचती थी, जिससे प्रक्रिया लंबित हो गई।
पड़ोसियों के मुताबिक ममता चाहती थी कि पति बेटी के पालन-पोषण का खर्च उसका पति उठाए, उसके बिना वह तलाक पर दस्तखत नहीं करना चाहती थी। वहीं विश्वकर्मा अपनी संपत्ति पत्नी को देने को तैयार नहीं था। उसने पुलिस को बताया कि ममता उस पर खेत अपने नाम कराने का दबाव डाल रही थी। तीन दिनों तक वह उसका पीछा करता रहा और अंततः बुधवार शाम गोली मार दी।
गिरफ्तारी के बाद विश्वकर्मा ने कहा कि उसे ममता की मौत का कोई दुख नहीं है, बल्कि खुशी है कि अब उसकी कमाई पर वह हक नहीं जता सकेगी। उसने यह भी कहा कि वह मरना मंजूर करेगा लेकिन पत्नी को एक पैसा नहीं देगा। घटना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। ममता की बेटी को रिश्तेदारों के हवाले कर दिया गया। वहीं, ममता के मायके वालों को लुधियाना से सूचना दी गई, जो घटना की जानकारी मिलते ही गोरखपुर पहुंचे हैं। इस घटना ने स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है।
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