बरेली में बवाल के बाद नो एंट्री, प्रशासन ने कहा- यहां कोई राजनीति करने न आएं, जानें पूरा मामला

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 04 Oct 2025, 11:23 am
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यूपी के बरेली में हिंसा के बाद पूरे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। साथ ही प्रशासन ने यहां राजनेताओं की एंट्री बैन कर दी है। यूपी विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष व सांसद बर्क को हाउस अरेस्ट करने समेत कई नेताओं के घर पर पुलिस तैनात कर दी गई है। आइये पूर

उत्तर प्रदेश के बरेली में 26 सितंबर को हुए बवाल के बाद हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। इसी बीच समाजवादी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे समेत कई सांसदों का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को बरेली जाने वाला था, लेकिन जिला प्रशासन ने किसी को भी इसकी अनुमति नहीं दी है। यूपी विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे के घर के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। संभल में सांसद जियाउर्रहमान बर्क को भी घर से निकलने नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा सांसद इकरा हसन और हरेंद्र मलिक को भी बरेली जाने से रोक दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि यह कदम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है।


जिला मजिस्ट्रेट ने पुलिस आयुक्त लखनऊ और अन्य जिलों के पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखकर साफ निर्देश दिया कि बिना अनुमति कोई भी राजनीतिक प्रतिनिधि बरेली नहीं पहुंचे। इसके बाद पुलिस अलर्ट हो गई और नेता प्रतिपक्ष को नोटिस देने के साथ ही उनके आवास पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। सुबह से ही लखनऊ में माता प्रसाद पांडे के घर को पुलिस छावनी में बदल दिया गया और उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया। सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क, हरेंद्र मलिक, इकरा हसन और मोहिबुल्लाह को भी बरेली जाने से रोक दिया गया। पांडे ने आरोप लगाया कि प्रशासन अपनी कमियों को छिपाने के लिए विपक्ष को मौके पर नहीं जाने दे रहा है। उन्होंने कहा कि अगर पत्र कलेक्टर की ओर से होता तो वे मान लेते, लेकिन केवल पुलिस की रोक उन्हें स्वीकार्य नहीं।


नेता बोले आवाज दबाने की कोशिश कर रही पुलिस

पार्टी नेताओं का कहना है कि प्रशासन विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास कर रहा है। वहीं पुलिस का तर्क है कि यह कदम कानून-व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखकर उठाया गया है। इसी दौरान बरेली में अशांति के कारण प्रशासन ने 2 अक्टूबर दोपहर 3 बजे से 4 अक्टूबर दोपहर 3 बजे तक 48 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवाएं बंद कर दी थीं। सहायक पुलिस आयुक्त आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान में हालात काबू में हैं और किसी तरह की अव्यवस्था नहीं है। बरेली में जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया है।


बरेली बवाल के बाद अब तक 81 आरोपी गिरफ्तार
26 सितंबर को हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों के मामले में पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा समेत इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव नफीस खान और उनके बेटे फरमान खान को गिरफ्तार किया है। फरमान आईएमसी का फेसबुक पेज संचालित करता था। अब तक इस मामले में गिरफ्तार लोगों की संख्या बढ़कर 81 हो गई है। पुलिस का कहना है कि पूछताछ में नफीस और फरमान ने कबूल किया कि कई लोग साजिश में शामिल थे।


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