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Hindi Now Uttar Pradesh • 02 Aug 2025, 02:07 pm
राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला है। पिछले 10 दिनों में यह तीसरा मौका है, जब उन्होंने आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं। शनिवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एनुअल लीगल कॉन्क्लेव-2025 में उन्होंने कहा कि भारत का इलेक्शन सिस्टम मर चुका है। आने वाले दिनों में हम साबित कर देंगे कि लोकसभा चुनावों में कैसे धांधली हुई है। हमारे पास इसके 100 फीसदी सबूत हैं। राहुल ने कहा कि हमने पिछले छह महीनों में अपनी जांच की और हमें एक एटम बम मिला है। जब यह बम फटेगा तो चुनाव आयोग देश में नजर नहीं आएगा।
राहुल ने आगे कहा कि में इसे हल्के में नहीं कह रहा हूं, बल्कि मेरे पास इसके ठोस सबूत हैं। मैं देश के सामने लाउंगा कि किस तरह चुनाव आयोग भाजपा के पक्ष में वोट चुराने का काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और लोकसभा चुनावों में अनियमितताओं का संदेह पहले से था, जो अब पुख्ता हो गया है। राहुल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुमत पर भी सवाल उठाते हुए कहा प्रधानमंत्री के पास बहुत कम बहुमत है। अगर 10-15 सीटों पर भी धांधली न हुई होती तो आज वह प्रधानमंत्री नहीं होते।
राहुल ने लगाए चार गंभीर आरोप
राहुल ने चुनाव आयोग पर चार मुख्य आरोप लगाए। पहला दावा करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 से ही मुझे चुनाव प्रणाली पर संदेह था, लेकिन अब उनके पास सबूत हैं कि भाजपा की जीत संदेहास्पद तरीके से हुई थी। दूसरा दावा किया कि महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच एक करोड़ नए मतदाता जोड़े गए और इन वोटों का बड़ा हिस्सा भाजपा को गया। चुनाव आयोग को लेकर तीसरा दावा करते हुए कहा कि एक संस्था जो संविधान की रक्षा के लिए बनी थी, उसे पूरी तरह कमजोर कर दिया गया है। चौथा उन्होंने सवाल उठाया कि चुनाव आयोग मतदाता सूची के दस्तावेजों पर स्कैन और कॉपी प्रोटेक्शन क्यों लगाता है? इससे पारदर्शिता पर सवाल उठते हैं।
वोट चुराने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा
राहुल गांधी इससे पहले 1 अगस्त को भी चुनाव आयोग पर हमला कर चुके हैं। तब उन्होंने कहा था कि वोट चुराने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। वहीं 24 जुलाई को उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी थी कि वे यह न सोचें कि बच जाएंगे। राहुल का यह रुख साफ दर्शाता है कि विपक्ष सरकार समेत चुनाव आयोग पर दबाव बनाने की रणनीति बना रहा है।
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