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Hindi Now Uttar Pradesh • 07 Oct 2025, 01:32 pm
रायबरेली में मॉब लिंचिंग में मारे गए दलित युवक हरिओम वाल्मीकि के मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह हत्या केवल एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या है। राहुल ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि देश में नफरत, हिंसा और भीड़तंत्र को सत्ता का संरक्षण मिल रहा है। उन्होंने कहा “संविधान की जगह बुलडोजर ने ले ली है, इंसाफ की जगह डर ने। यह देश संविधान से चलेगा, भीड़ की सनक से नहीं। भारत का भविष्य समानता और मानवता पर टिका है। मैं परिवार के साथ खड़ा हूं। उन्हें न्याय जरूर मिलेगा।”
दरअसल 2 अक्टूबर को हरिओम पासवान की हत्या हुई थी। शुरू में कहा गया था कि वह ड्रोन चोर था। उसी दिन उसे पीटते हुए और उसकी लाश के वीडियो सामने आए। 4 अक्टूबर को एक और वीडियो वायरल हुआ, जिसमें मार खाते हुए हरिओम राहुल गांधी का नाम लेता है। भीड़ में से किसी ने कहा कि यहां सब ‘बाबा’ वाले हैं। रविवार रात राहुल ने परिवार से फोन पर बात कर उन्हें सांत्वना दी थी।
खड़गे के साथ राहुल बोले- घोर अपराध
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ साझा लेटर में राहुल ने लिखा कि यह घटना देश के संविधान के प्रति घोर अपराध है। दलित समुदाय के खिलाफ यह अपराध देश और समाज पर कलंक है। उन्होंने कहा कि दलितों, अल्पसंख्यकों और गरीबों पर हिंसा लगातार बढ़ रही है। हाथरस और उन्नाव में महिलाओं के खिलाफ अपराध या रायबरेली में हरिओम की हत्या सभी समाज की संवेदनहीनता को दर्शाते हैं।
राहुल ने 2014 के बाद से मॉब लिंचिंग और भीड़तंत्र जैसी घटनाओं को भयावह प्रवृत्तियों के रूप में देखा। उन्होंने कहा कि हिंसा किसी सभ्य समाज की पहचान नहीं हो सकती। डॉ. भीमराव अंबेडकर और महात्मा गांधी के सपनों का भारत समानता, सामाजिक न्याय और मानवता का भारत होना चाहिए, जिसमें ऐसे अपराधों की कोई जगह नहीं है। कांग्रेस पार्टी वंचित और कमजोर तबकों के अधिकारों की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है।
फतेहपुर जनपद का रहने वाला था मृतक
मामला रायबरेली के ऊंचाहार थाना क्षेत्र के ईश्वरदासपुर गांव का है। 2 अक्टूबर को हरिओम की लाश रेलवे ट्रैक के किनारे मिली थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उसके शरीर पर गहरी चोटें और बेल्ट के निशान थे। हरिओम (38) फतेहपुर जिले के तरावती का पुरवा गांव का रहने वाला था। वह 1 अक्टूबर की रात ऊंचाहार-डलमऊ मार्ग पर जा रहा था, तभी 24-25 ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया और डंडे-बेल्ट से पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। इसके बाद उसे रेलवे ट्रैक के किनारे फेंक दिया गया।
पत्नी से मिलने रायबरेली गया था मृतक
हरिओम की पत्नी पिंकी ने कहा कि वह मानसिक रूप से कमजोर था। वह रायबरेली में उनसे मिलने आ रहा था। पिंकी इस समय मायके में रह रही है और NTPC परिसर में सफाई कर्मचारी है। इस मामले में ऊंचाहार थाना अध्यक्ष संजय कुमार समेत 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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