यूपी में दंगा भड़काने की साजिश, मुजाहिद आर्मी बनाकर हिंदुओं को मारने की थी मंशा, मामला जान हिल जाएंगे आप!

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 30 Sep 2025, 05:46 pm
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उत्तर प्रदेश के चार जिलों में दंगा फैलाने की बड़ी साजिश का एटीएस ने खुलासा किया है। एजेंसी ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आइये पूरा मामला जानते हैं।

यूपी एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) ने सोमवार को एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उन पर प्रदेश में “मुजाहिद आर्मी” जैसा संगठन बनाकर दंगे भड़काने और गैर-मुस्लिम धार्मिक नेताओं को निशाना बनाने का आरोप है। सुरक्षा एजेंसियों को सुराग मिलने के बाद कानपुर, सुल्तानपुर, सोनभद्र और रामपुर के चारों आरोपियों को दबोच लिया गया और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।


एटीएस के डिप्टी एसपी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में कानपुर के सुजातगंज के मोहम्मद तौसीफ, सुल्तानपुर के अकमल रजा, सोनभद्र के सफील सलमानी उर्फ अली रजवी और रामपुर के कासिम अली शामिल हैं। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया है कि यह सभी अलग-अलग जिलों में सक्रिय थे और सोशल मीडिया के जरिए जुड़े हुए थे। इसके अलावा वे अलग-अलग बैठकों में मिलते और अपनी साजिशों को अंजाम देने के तरीके तय करते थे।


पाक कट्टरपंथी संगठनों से प्रभावित थे आरोपी

पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक ये आरोपी पाकिस्तानी कट्टरपंथी संगठनों से प्रभावित थे और देश में हिंसा एवं हथियार के बल पर शरिया लागू करने का षड्यंत्र रच रहे थे। उनकी योजना जिहाद के नाम पर गैर-मुस्लिम धार्मिक प्रमुखों को निशाना बनाकर टारगेट किलिंग जैसी घातक वारदातों को अंजाम देने की थी। एटीएस अब यह पता लगाने में जुटी है कि उनकी सूची में किन-किन धर्मगुरुओं के नाम थे और नेटवर्क के पीछे और कौन-कौन लोग हैं।


मकसद सिद्ध करने के लिए प्रोपोगेंडा

अभियुक्तों ने सोशल मीडिया ग्रुप्स, ऑडियो चैट और वीडियो के जरिए लोगों को उकसाने, फंडिंग इकट्ठा करने और हथियार जुटाने हेतु अपील करने की बात भी स्वीकार की है। जांच से यह भी सामने आया कि हिंसक विचारधारा फैलाने के लिए वे जिहादी साहित्य और प्रोपेगेंडा सामग्री का उपयोग कर रहे थे। एटीएस ने इस पूरे मामले में लखनऊ थाने में प्राथमिकी दर्ज कर दी है और अब आरोपियों के मोबाइल, सोशल मीडिया अकाउंट्स, वित्तीय लेन-देन व उनके संपर्कों की व्यापक तहकीकात चल रही है।


आरोपियों को भेजा गया जेल

फिलहाल आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है, जबकि एटीएस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और संभावित अंडरलींग कनेक्शनों की पहचान कर गिरफ्तारियों के लिए अभियान तेज कर रहा है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां इस घटनाक्रम को बहुत गंभीर मान रही हैं और इसे सामाजिक शांति और कानून-व्यवस्था पर गंभीर खतरा करने वाला प्रयास बता रही हैं। जनता से भी अपील की गई है कि किसी भी संदिग्ध सूचना के बारे में तुरंत पुलिस को सूचित करें।


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