यमुना में आई बाढ़, बांदा और फतेहपुर के दर्जनों गांव डूबे, हजारों की आबादी पर संकट!

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 02 Aug 2025, 12:13 pm
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उत्तर प्रदेश के बांदा और फतेहपुर जिलों से गुजरने वाली यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार कर गया है। इससे दोनों जनपदों के दर्जनों गांवों में बाढ़ आ गई है। इससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। आइये पूरा अपडेट जानते हैं।

बांदा में दो दर्जन गांवों में बाढ़, नेशनल हाइवे डूबा

बांदा में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से तीन मीटर ऊपर पहुंच गया है, जबकि केन नदी भी तेजी से बढ़ रही है। एक ही रात में डेढ़ मीटर जलस्तर बढ़ने से 24 से अधिक गांवों में पानी घुस गया है। आज आसपास के इलाकों में अन्य गांवों में भी बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है। चिल्ला-तारा के बीच ललौली रोड पर पानी भरने से नेशनल हाईवे पर कानपुर-बिंदकी-बांदा का आवागमन ठप हो गया है। बांदा-बहराइच मार्ग भी जलमग्न हो गया है, जिससे आवागमन पूरी तरह रुक गया है। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। प्रभावित गांवों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। पुलिस वाहन चालकों को वैकल्पिक मार्गों से गुजरने की सलाह दे रही है।


गांवों में न तो नावें हैं और न ही सरकारी स्टीमर हैं। लोग प्राइवेट नावों के सहारे आवागमन कर रहे हैं। एक महिला की तबीयत बिगड़ने पर उसे भी प्राइवेट नाव से अस्पताल पहुंचाया गया। ग्रामीण सरकारी साधनों की मांग कर रहे हैं। जल शक्ति मंत्री रामकेश निषाद, पूर्व सांसद विशंभर निषाद, जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। सैकड़ों बीघा अरहर, तिल और ज्वार की फसल बर्बाद हो गई है। किसान मुआवजे की मांग कर रहे हैं।


फतेहपुर में भी बिगड़े हालात, दो दर्जन गांवों में आई बाढ़

फतेहपुर जिले में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से करीब दो मीटर ऊपर पहुंच गया है, जिससे तटवर्ती क्षेत्रों में हालात बिगड़ गए हैं। ललौली थाना क्षेत्र के कई गांवों समेत लगभग दो दर्जन से अधिक इलाके बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। हजारों बीघा फसल जलमग्न हो गई है, जिससे ग्रामीणों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। जिलाधिकारी रविंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का औचक निरीक्षण किया और बाढ़ चौकियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए। प्रशासन ने जलभराव वाले इलाकों में राहत कैंप स्थापित कर दिए हैं, जहां लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।


जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ के दौरान किसी भी प्रकार की जनहानि न हो, इसके लिए इंसानों के साथ-साथ पशुओं के चारे और अन्य आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे बाढ़ के पानी में न उतरें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। बांदा-सागर और लखनऊ हाईवे पर चिल्लपुर के पास जलभराव होने से सड़क परिवहन पूरी तरह बंद है। स्थानीय पुलिस लोगों को वैकल्पिक मार्गों से भेज रही है और राहत कार्य लगातार जारी है।


बाढ़ के पानी में नहाते समय किशोर लापता, तलाश जारी

फतेहपुर जनपद में यमुना नदी से आई बाढ़ के पानी में नहाते समय 12 वर्षीय एक किशोर लापता हो गया। इस घटना से उसके परिजनों में कोहराम मच गया। घटना ललौली थाना क्षेत्र अंतर्गत केसात आना मोहल्ला खाईया बगहा की है। यहां का निवासी 12 वर्षीय किशन अपने दोस्तों के साथ यमुना नदी के बाढ़ के पानी में नहाने गया था। इस दौरान अचानक वह लापता हो गया। किशन शहीद बाबा मजार के सामने रहता था और राजेश वाल्मीकि व सुनीता का बेटा था। किशन का एक बड़ा भाई भाई शिवा और बहनें सोनी, मोनी, आरती, पूनम व सुनीता शामिल हैं। घटना के बाद से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है और परिजन गहरे सदमे में हैं। स्थानीय प्रशासन और गोताखोरों की मदद से किशोर की तलाश जारी है।



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