ढाई दर्जन स्टील की चम्मच तो डेढ़ दर्जन टूथब्रश खा गया युवक, डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर निकाला, पूछने पर दिया चौंकाने वाला जवाब!

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 26 Sep 2025, 11:55 am
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यूपी के हापुड़ जिले से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां डॉक्टरों ने एक शख्स के पेट का ऑपरेशन कर 50 से अधिक स्टील की चम्मचें और टूथब्रश निकाले हैं। युवक यह वस्तुएं क्यों निगल रहा था? आइये खबर में जानते हैं।

उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां 40 वर्षीय युवक ने गुस्से में आकर स्टील के चम्मच, टूथब्रश और पेन निगल लिए। इससे उसकी जान खतरे में पड़ गई और पेट में तेज दर्द और असहनीय पीड़ा होने लगी। इस पर परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां जब डॉक्टरों ने अल्ट्रासाउंड और अन्य जांचें कीं तो रिपोर्ट देखकर सभी दंग रह गए। युवक के पेट में रोजमर्रा के इस्तेमाल की दर्जनों चीजें फंसी मिलीं। 


डॉक्टरों की टीम ने तत्काल ऑपरेशन का फैसला किया और करीब पांच घंटे चले इस ऑपरेशन में युवक के पेट से 29 स्टील के चम्मचें, 19 टूथब्रश और दो पेन यानी 50 से अधिक वस्तुएं निकालीं। सफल ऑपरेशन के बाद मरीज की तबीयत में सुधार हुआ है और कुछ दिनों की देखभाल के बाद उसे घर भेज दिया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज की जान बचाना चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि उसके पेट में धातु और प्लास्टिक की नुकीली वस्तुएं फंसी हुई थीं।


नशेबाज था युवक, घर वालों ने नशामुक्ति केंद्र भेजा तो गुस्से में किया कारनामा

जानकारी के मुताबिक युवक बुलंदशहर का रहने वाला सचिन है। वह लंबे समय से नशे का आदी था, जिसके कारण घर वाले काफी परेशान थे। कई प्रयासों के बावजूद उसकी आदतें नहीं बदलीं तो परिवार ने उसे गाजियाबाद के नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करा दिया। सचिन इस फैसले से गुस्से में था और इसी दौरान उसने गुस्से और मानसिक रूप से परेशान होकर चम्मच और टूथब्रश निगलना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे स्थिति इतनी बिगड़ी कि उसे गंभीर पेट दर्द, उल्टियां होने लगी।


दस दिन पहले बिगड़ी तबीयत तो अस्पताल में एक्सरे कराने पर मामला आया सामने

17 सितंबर को जब हालत ज्यादा खराब हुई तो परिजन उसे हापुड़ के देवनंदनी अस्पताल लेकर आए। वहां एक्स-रे और सीटी स्कैन के दौरान पेट में धातु और प्लास्टिक की वस्तुएं दिखीं। इसके बाद डॉक्टर श्याम कुमार और उनकी पांच सदस्यीय टीम ने सर्जरी कर सभी वस्तुओं को बाहर निकाला। 23 सितंबर को सचिन को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और फिलहाल वह स्वस्थ है।

 

पिका डिसऑर्डर या किसी मानसिक बीमारी पर मरीज करता है ऐसे काम

डॉक्टरों का मानना है कि यह मामला मानसिक बीमारी से जुड़ा हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार मरीज पिका डिसऑर्डर या किसी अन्य गंभीर मानसिक विकार से पीड़ित हो सकता है, जिसमें व्यक्ति खाने योग्य न होने वाली वस्तुएं निगलता है। डॉक्टरों ने मरीज के परिवार को आगे भी सतर्क रहने की सलाह दी है।


अंबेडकरनगर में भी कुछ ऐसा ही मामला आया था सामने

गौरतलब है कि इसी साल जनवरी में अंबेडकरनगर में भी ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां एक युवक के पेट से रिंच और नट-बोल्ट निकाले गए थे। ऐसे मामलों ने लोगों के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति चिंता बढ़ा दी है।


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