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Hindi Now Uttar Pradesh • 01 Jul 2025, 04:14 pm
लखनऊ में आज प्राथमिक स्कूलों के मर्जर के खिलाफ कांग्रेसियों ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस के साथ उनकी तीखी झड़प हो गई। प्रदर्शनकारी 'योगी सरकार मुर्दाबाद' के नारे लगाते हुए पार्टी मुख्यालय से विधानसभा की ओर बढ़े, लेकिन रास्ते में उन्हें पुलिस ने घेर लिया। नारेबाजी करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता बैरिकेड पर चढ़ गए और उसे तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जोरदार धक्का-मुक्की और बहस हुई। स्थिति बेकाबू होते देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बलपूर्वक रोका। कुछ को खींचकर गाड़ियों में बैठाया और इको गार्डन में ले जाकर छोड़ दिया। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस कार्रवाई को 'लोकतंत्र पर हमला' बताते हुए सरकार के खिलाफ और जोरदार नारेबाजी की।
इस प्रदर्शन का आह्वान एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अनस रहमान ने किया था। उन्होंने विधानसभा घेराव की अपील की थी। इस पर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय पर जुटे थे, लेकिन पुलिस ने पहले से ही कांग्रेस मुख्यालय के दोनों गेटों पर बैरिकेडिंग लगा दी थी, जिससे उन्हें आगे बढ़ने से रोका जा सके।
अनस रहमान ने आरोप लगाया कि यह सरकार गरीबों और छात्रों के खिलाफ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 5000 से अधिक स्कूलों को मर्ज किया जा रहा है, जिससे शिक्षा व्यवस्था कमजोर होगी और बच्चों को स्कूलों से दूर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह फैसला बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है और कांग्रेस पार्टी इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि पहले बैंकों का मर्जर करके हजारों लोगों को बेरोजगार किया गया, अब स्कूलों का मर्जर करके शिक्षकों को नौकरी से निकाला जा रहा है। इससे शिक्षा के साथ-साथ रोजगार भी प्रभावित होगा। कांग्रेस का यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा और जब तक सरकार स्कूलों का मर्जर वापस नहीं लेती, तब तक संघर्ष चलता रहेगा। कांग्रेस ने यह साफ कर दिया है कि वह छात्रों और आम लोगों के अधिकारों के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करती रहेगी। कांग्रेस गरीब बच्चों को उनका हक दिलाकर रहेगी। किसी भी तरह सरकार की मनमानी नहीं चलेगी।
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