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Hindi Now Uttar Pradesh • 30 Oct 2025, 04:46 pm
ग्लैमरस दुनिया से सन्यास की राह पर उतर चुकी अभिनेत्री ममता कुलकर्णी एक बार फिर विवादों की में फंस गई हैं। गोरखपुर में तीन दिवसीय प्रवास के दौरान उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उसने कोई बम ब्लास्ट नहीं किया, वह आतंकी नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं उसका समर्थन नहीं करती, लेकिन वह आतंकी नहीं है। मैं आज तक उससे मिली नहीं हूं। यह टिप्पणी सुनते ही माहौल गर्म हो उठा है। सियासत और संत समाज दोनों तरफ से तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। हालांकि उन्होंने बाद में यह भी कहा कि मैं दाऊद से कभी मिली नहीं हूं। आज मैं पूरी तरह से अध्यात्म के मार्ग पर हूं। हालांकि उनकी इस सफाई के बाद भी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है।
गोरखपुर में ममता कुलकर्णी की साधना और भक्ति देखने को मिली। मंगलवार को एक होटल में दिए गए बयान के बाद वे बुधवार को गोरखनाथ मंदिर पहुंचीं, गोरक्षनाथ के दर्शनों से आत्मिक शांति पाने का दावा किया और साधु-संतों से मिलीं। शाम को भजन संध्या में भी वह शामिल हुईं। कुछ ही समय पहले वे महाकुंभ में महामंडलेश्वर के रूप में चर्चा में थीं। तब भी उनकी पदवी और पहचान पर मतभेद उभरकर सामने आए थे। अपनी जिंदगी के बारे में बोलते हुए ममता ने आंखों में जुनून लिए कहा कि वह एक ब्राह्मण परिवार में जन्मी, दादी ने उन्हें ‘यमाई’ नाम दिया, और फिल्मी दुनिया में सौ से अधिक फिल्मों का तजुर्बा है, पर वहां मिली चमक-धमक में उन्हें आत्मसंतोष नहीं मिला।
ममता ने बताया कि 1995 में गुरु गगन गिरि महाराज के संपर्क में आने के बाद नाथ संप्रदाय से आध्यात्मिक नाता जुड़ा और 2016 से 2025 तक की कठोर साधना और ब्रह्मचर्य ने उन्हें ‘सिद्धि’ तक पहुंचाया। ममता ने छठ पूजा और सनातन परंपरा के प्रति अपने सम्मान का भी भाव व्यक्त किया। ममता कुलकर्णी के दावों और जीवन-परिवर्तन कुछ लोगों को रास नहीं आए। किन्नर जगतगुरु हिमांगी सखी ने तीखी टिप्पणियां कीं और ममता को दाऊद की कठपुतली तक कह डाला, साथ ही जांच की मांग उठाई। वहीं मुजफ्फरनगर के यशवीर महाराज ने उन्हें राष्ट्र विरोधी करार देते हुए मंच से उनकी पदवी वापस लेने की अपील की।
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