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Hindi Now Uttar Pradesh • 30 Oct 2025, 12:16 pm
लखनऊ में एंटी करप्शन टीम ने बुधवार रात एक बड़ी कार्रवाई करते हुए महानगर थाने की पेपर मिल पुलिस चौकी पर तैनात दरोगा धनंजय सिंह को दो लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दरोगा पर आरोप है कि वह सामूहिक दुष्कर्म के एक मामले में आरोपी का नाम केस से हटाने के लिए पैसे की मांग कर रहा था। इस पर पीड़ित ने मामला की शिकायत एंटी करप्शन टीम से की। इसको लेकर टीम ने उसे रेड हैंडेड पकड़ने का पूरा जाल बिछाया और पुलिस चौकी के अंदर पैसे लेते हुए उसे दबोच लिया। इस घटना से पूरे पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
इंस्पेक्टर महानगर अखिलेश कुमार मिश्र के मुताबिक आलमबाग स्थित ब्रिटिश स्कूल ऑफ लैंग्वेज के संचालक प्रतीक गुप्ता और उसके परिचित रियाज पर उनकी पर्सनल सेक्रेटरी ने कॉफी में नशीला पदार्थ मिलाकर सामूहिक दुष्कर्म करने और अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया था। युवती की शिकायत पर केस दर्ज किया गया और पुलिस ने मुख्य आरोपी प्रतीक गुप्ता को कानपुर से गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान आरोपी प्रतीक ने एंटी करप्शन विभाग से शिकायत की कि दरोगा धनंजय सिंह उस पर दो लाख रुपये रिश्वत देने का दबाव डाल रहा था, ताकि उसका नाम केस से हटाया जा सके। शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन टीम ने पूरी प्लानिंग बनाकर प्रतीक को चिह्नित नोटों के साथ दरोगा के पास भेजा। जैसे ही दरोगा ने रुपये अपने हाथ में लिए, टीम ने छापा मारकर उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
गिरफ्तारी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
आरोपी दरोगा धनंजय सिंह मूल रूप से आजमगढ़ के मेहनाजपुर का रहने वाला है और इससे पहले बंगला बाजार चौकी पर तैनात था। फिलहाल उसके खिलाफ अलीगंज थाने में एफआईआर दर्ज कर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। गिरफ्तारी के दौरान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। साथ ही रिश्वतखोर दरोगा की गिरफ्तारी से यह केस फिर सुर्खियों में आ गया है और एंटी करप्शन विभाग पूरे नेटवर्क की जांच में जुट गया है।
तहरीर में पीड़िता ने क्या बताया? यह है पूरा मामला
एफआईआर के मुताबिक पीड़िता ने कुछ साल पहले प्रतीक की कंपनी में पर्सनल सेक्रेटरी के रूप में नौकरी की थी। शुरुआत में उसका वेतन नौ हजार रुपये था, जिसे बाद में बढ़ाकर 35 हजार कर दिया गया। काम के बहाने प्रतीक उसे अक्सर शहर से बाहर ले जाता था। आरोप है कि 8 सितंबर 2024 को प्रतीक ने युवती को अपने फ्लैट पर बुलाया, जहां पहले से रियाज मौजूद था। दोनों ने कॉफी में नशीला पदार्थ पिलाकर उससे दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। वीडियो के जरिए आरोपी उसे एक साल तक ब्लैकमेल करते रहे। अंत में हिम्मत जुटाकर युवती ने पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद मामला दर्ज हुआ।
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