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Hindi Now Uttar Pradesh • 30 Jul 2025, 11:53 am
धर्मांतरण के मामले में मुख्य आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 5 दिन की रिमांड पर लिया है। मंगलवार को उसे विदेशी फंडिंग और संपत्तियों से जुड़े मामलों में पूछताछ के लिए बुलाया गया। ईडी अधिकारियों के सवालों पर छांगुर ज्यादातर चुप्पी साधे रहा और कई बार उसने टालमटोल करने की कोशिश की। विदेशी फंडिंग, बैंक खातों के लेनदेन और संपत्तियों को लेकर पूछे गए सवालों पर उसने कहा कि यह सब नीतू नवीन रोहरा उर्फ नसरीन से जुड़ा है। उसने खुद को इन मामलों से अलग बताते हुए सारा जिम्मा नसरीन पर डालने की कोशिश की। इस तरह वह कई सवालों के गोलमोल जवाब देता रहा।
छांगुर ने पूछताछ में यह स्वीकार किया कि कोर्ट के क्लर्क राजेश कुमार उपाध्याय से उसकी जान-पहचान है। हालांकि यह नहीं बताया कि उनके बीच क्या संबंध थे और राजेश ने उसे किस तरह से मदद की। जब ईडी ने राजेश के साथ उसके लेनदेन के प्रमाणों की बात की, तो वह चुप रह गया। ईडी को आशंका है कि छांगुर जानबूझकर जानकारी छिपा रहा है और जांच को भटकाने की कोशिश कर रहा है। छांगुर से यह पूछताछ 29 जुलाई से शुरू हुई है और यह 1 अगस्त की शाम 5 बजे तक चलेगी। जांच में यह खुलासा हुआ है कि छांगुर और उसके नेटवर्क के खातों में पिछले कुछ वर्षों में 63.09 करोड़ रुपए की फंडिंग आई है। बलरामपुर में 4.11 करोड़ रुपए की संपत्ति भी इसी फंडिंग से खरीदी गई है। ईडी को शक है कि यह पूरा नेटवर्क मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धारा 3 के तहत गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल है।
ईडी अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि धर्मांतरण के नाम पर जो पैसा आया, वह भारत में किन रास्तों से और किसके जरिए पहुंचाया गया। इसके लिए छांगुर, नसरीन और उनके पति नवीन रोहरा के बैंक खातों और संपत्तियों की गहराई से जांच की जा रही है। उधर अदालत में छांगुर के वकील अजीजुल्लाह खान ने दलील दी कि छांगुर बाबा बुजुर्ग है और कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित है, इसलिए रिमांड के दौरान उसकी मेडिकल जांच कराई जाए। ईडी ने सात दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद पांच दिन की रिमांड मंजूर की। पूछताछ जारी है और ईडी को अभी कई और जानकारियों की उम्मीद है।
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