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Hindi Now Uttar Pradesh • 29 Jul 2025, 07:14 pm
शाहजहांपुर की पुवायां तहसील परिसर में मंगलवार को एक अनोखा नजारा देखने को मिला और इस घटना ने सभी को चौंका दिया। दरअसल यहां के एसडीएम रिंकू सिंह ने कार्यभार संभालने के पहले दिन ही तहसील परिसर में उठक बैठक लगाई। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इसमें वह एक धरने पर बैठे वकीलों के सामने कान पकड़कर उठक-बैठक करते दिखाई दे रहे हैं। वकीलों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। पांच बार उठक-बैठक करने के बाद ही आगे उन्होंने बातचीत शुरू की।
बताया जा रहा है कि नए एसडीएम रिंकू सिंह राही ने कार्यभार संभालने के पहले ही दिन तहसील परिसर में स्वच्छता को लेकर कड़ा संदेश दे दिया। उन्होंने एक वकील के मुंशी को तहसील भवन की दीवार के पास खुले में पेशाब करते हुए देख लिया। इस पर उन्होंने उसे तुरंत डांटा और सार्वजनिक जगह पर गंदगी फैलाने के लिए नाराजगी जाहिर की। उन्होंने सजा स्वरूप उसके कान पकड़वाकर उठक-बैठक लगवा दी। एसडीएम का यह कड़ा रवैया देखकर तहसील में मौजूद वकीलों ने आपत्ति जताई और धरने पर बैठ गए। वकीलों का कहना था कि तहसील परिसर में शौचालय बहुत गंदे हैं। ऐसे में वकीलों समेत उनके सहयोगी कहां जाएं।
वकीलों की बात सुनकर एसडीएम रिंकू सिंह राही स्वयं जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि अगर शौचालय गंदे हैं तो यह तहसील प्रशासन की गलती है और इसके लिए वह खुद माफी मांगते हैं। इसके बाद उन्होंने वकीलों के सामने खुद कान पकड़कर उठक-बैठक लगानी शुरू कर दी। वकीलों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन एसडीएम तब तक नहीं रुके जब तक उन्होंने कुछ उठक-बैठक पूरी नहीं कर ली। इस पूरी घटना ने तहसील में मौजूद लोगों को चकित कर दिया। एसडीएम की यह विनम्रता और जवाबदेही की भावना वकीलों और कर्मचारियों के बीच चर्चा का विषय बन गई।
इसके बाद एसडीएम तहसील परिसर का निरीक्षण करने निकले और कुछ वकीलों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि धरना प्रदर्शन करना सबका अधिकार है, लेकिन उसकी आवाज इतनी तेज नहीं होनी चाहिए कि वह दफ्तरों के अंदर तक जाए और कामकाज में बाधा पहुंचे। एसडीएम रिंकू सिंह राही का पहला दिन तहसील के लिए यादगार बन गया। उन्होंने अपने आचरण से यह संदेश दिया कि प्रशासनिक पद पर बैठने वाले अधिकारी को सिर्फ आदेश देने वाला नहीं, बल्कि जिम्मेदारी लेने वाला भी होना चाहिए।
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