कांवड़ यात्रा में हंगामा, झड़प और तोड़फोड़! जानें पूरा अपडेट

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 11 Jul 2025, 04:40 pm
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उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से कांवड़ियों के हंगामे की खबर सामने आई है। ऐसी ही खबर उत्तराखंड से भी सामने आई है। आइये पूरा अपडेट जानते हैं।

मुजफ्फरनगर के शिव चौक पर सोमवार को कांवड़ियों ने जमकर हंगामा किया। दरअसल दिल्ली से आए एक कांवड़िए की कांवड़ सड़क पर बाइक से टकरा गई। इससे उसकी कांवड़ खंडित हो गई। इससे गुस्साए कांवड़ियों ने सड़क पर हंगामा शुरू कर दिया। नाराज कांवड़ियों ने बाइक में तोड़फोड़ की और राहगीरों से भी झड़प करने लगे। देखते ही देखते मौके पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही नगर पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में किया। पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत कराया और स्थिति पर नियंत्रण पाया। घटना के बाद इलाके में कुछ देर तक तनाव रहा। हालांकि कुछ देर बाद स्थिति सामान्य हो गई।


उत्तराखंड में भी हंगामा

उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा के दौरान तीन अलग-अलग स्थानों पर कांवड़ियों द्वारा तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं। पहली घटना कोर कॉलेज के पास हुई, जहां एक कांवड़िए को किसी वाहन ने टक्कर मार दी। इससे नाराज उसके साथियों ने सड़क पर हंगामा शुरू कर दिया और वहां खड़े कई वाहनों में तोड़फोड़ की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में लिया और कांवड़ियों को आगे रवाना किया। दूसरी घटना पतंजलि योग पीठ के पास हुई, जहां कांवड़ियों ने एक वाहन पर उनकी कांवड़ को खंडित करने का आरोप लगाया और गाड़ी में तोड़फोड़ शुरू कर दी। यहां भी काफी देर तक तनाव बना रहा। तीसरी घटना रुड़की के बेलड़ा गांव के पास हुई, जहां कांवड़ियों ने एक स्कॉर्पियो चालक पर कांवड़ खंडित करने का आरोप लगाकर उसके साथ मारपीट की। राहगीरों ने बीच-बचाव कर चालक को बचाया, लेकिन गाड़ी में तोड़फोड़ की गई।


मुस्लिम कारीगर ने बनाई ऑपरेशन सिंदूर पर आधारित कांवड़
मेरठ में एक मुस्लिम कारीगर ने 'ऑपरेशन सिंदूर' थीम पर एक खास कांवड़ तैयार की है। इसकी ऊंचाई 10 फीट और चौड़ाई 12 फीट है। इस कांवड़ को देशभक्ति और शौर्य का प्रतीक बनाते हुए इसमें राफेल और अन्य लड़ाकू विमानों की तस्वीरें भी बनाई गई हैं। कारीगर ने कहा कि यह कांवड़ केवल श्रद्धा का प्रतीक नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ हमारे गुस्से और एकजुटता की अभिव्यक्ति है। उनका कहना है कि धर्म से ऊपर देश है और यह कांवड़ सभी को एकता और साहस का संदेश देती है। इस अनोखी पहल की क्षेत्र में काफी चर्चा हो रही है।


लखीमपुर में सावन में विशेष इंतजाम

लखीमपुर खीरी जिले में सावन माह के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। अपर जिलाधिकारी नरेंद्र बहादुर सिंह ने गोला गोकर्णनाथ मंदिर मार्ग का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सावन में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। गोला गोकर्णनाथ मंदिर छोटी काशी के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर सावन माह में शिवभक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र होता है। हजारों श्रद्धालु यहां भगवान शिव के दर्शन के लिए दूर-दूर से आते हैं। प्रशासन ने मंदिर परिसर में स्वच्छता, सुरक्षा, पेयजल, भोजन और विश्राम की पर्याप्त व्यवस्थाएं की हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रवेश और निकास के लिए अलग मार्ग बनाए गए हैं ताकि व्यवस्था बनी रहे। अपर जिलाधिकारी के निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो और सावन माह शांतिपूर्वक संपन्न हो।


कांवड़ियों के स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर खाद्य विभाग अलर्ट

सावन माह के शुरू होते ही लखीमपुर खीरी प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। कांवड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए जिले में विशेष इंतजाम किए गए हैं। इसी क्रम में खाद विभाग भी सक्रिय हो गया है और कांवड़ियों की सेहत को ध्यान में रखते हुए खाद्य सुरक्षा को लेकर सख्ती बरती जा रही है। खाद विभाग की टीमों ने कांवड़ मार्ग पर स्थित दुकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। खाद्य सामग्री की गुणवत्ता जांची जा रही है। दुकानदारों को निर्देश दिए गए हैं कि वह साफ-सुथरा और ताजा सामान ही बेचें। हर दुकान पर लाइसेंस और दुकानदार का नाम लिखना अनिवार्य कर दिया गया है। सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय बृजेंद्र शर्मा ने बताया कि सावन में मांस की सभी दुकानें बंद रहेंगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि मिलावटी खाद्य सामग्री की सूचना फूड सेफ्टी कनेक्ट एप पर दें। इस सख्ती से दुकानदार सतर्क हैं, लेकिन यह कदम श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जरूरी है।


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