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Hindi Now Uttar Pradesh • 29 Jun 2025, 11:48 am
कानपुर के जनरलगंज में जगन्नाथ रथयात्रा के दूसरे दिन देर रात फिर बवाल हो गया। यहां रात करीब 10 बजे दो मंडलों के पदाधिकारियों के बीच मारपीट हुई। इस दौरान पत्थरबाजी और वाद्य यंत्रों से हमला किया गया। इस हिंसक झड़प में महिलाएं और बच्चे समेत 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए। बताया जा रहा है कि रथयात्रा शनिवार रात जनरलगंज से उठी और नयागंज चौराहे के पास पहुंची। वहां श्री ओमर वैश्य बाल गोपाल जी सेवा समिति ने श्रद्धालुओं के लिए पानी और कोल्ड ड्रिंक की व्यवस्था की थी। उसी दौरान श्री दोषर वैश्य नवयुवक मंडल के पदाधिकारी वहां पहुंचे और दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया। पुलिस ने कड़ी मशक्कत से मामला शांत कराया।
गौरतलब है कि यात्रा के पहले दिन भी दोनों मंडलों के बीच कहासुनी और मारपीट हुई थी। इसकी शिकायत बादशाहीनाका थाने में दर्ज कराई गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके चलते दूसरे दिन फिर से बवाल हो गया। ओमर वैश्य मंडल के दीप कुमार ओमर ने बताया कि 27 और 28 जून की रात दो बजे कुछ लोग उनके स्टॉल पर नशे की हालत में आए और महिलाओं से बदसलूकी की। जब युवकों ने विरोध किया तो धमकी दी गई, लेकिन पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया। हालांकि एसीपी कलक्टरगंज आशुतोष सिंह का कहना है कि पहले दिन मारपीट या हंगामे की कोई शिकायत थाने में नहीं आई थी। बादशाहीनाका थाने के इंस्पेक्टर ने बताया कि घायलों का मेडिकल कराया जा रहा है और रविवार को रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। दूसरे पक्ष को भी बुलाकर उनकी बात सुनी जाएगी।
यह है हंगामे की वजह
आरोप है कि एक मंडल की महिलाओं के साथ दूसरे मंडल के पदाधिकारियों ने अभद्रता की। इसी वजह से यह झगड़ा हुआ। देखते ही विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों मंडलों के बीच मारपीट हो गई और लोगों ने एक-दूसरे पर पत्थर बरसाने शुरू कर दिया। हालांकि झगड़े की वजह को लेकर पुलिस की कुछ और ही थ्योरी है। एसीपी कलक्टरगंज आशुतोष सिंह के मुताबिक दोनों मंडलों के बीच चार साल से मनमुटाव चल रहा है। ये मनमुटाव ही झगड़े की वजह है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई आंखों देखी
स्थानीय लोगों के मुताबिक विवाद की शुरुआत पानी की बोतलें और पाउच फेंकने से हुआ। इससे मामला इतना बढ़ गया कि मारपीट तक पहुंच गया। रथयात्रा में भारी भीड़ होने की वजह से हमलावर भीड़ में छिपकर भाग निकले और उनकी पहचान नहीं हो पाई। पुलिस थोड़ी-थोड़ी दूरी पर तैनात थी, लेकिन अधिक भीड़ की वजह से समय रहते हस्तक्षेप नहीं कर सकी। घटना के बाद पुलिस ने देर रात इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और आरोपियों की पहचान की कोशिश की। रविवार को पुलिस पीड़ितों, महिलाओं और बच्चों से पूछताछ कर रिपोर्ट दर्ज करेगी। एहतियात के तौर पर मौके पर अन्य थानों से भी फोर्स बुलाया गया है।
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