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Hindi Now Uttar Pradesh • 27 Jul 2025, 04:48 pm
बहराइच के कैसरगंज से पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के दोनों बेटे विधायक प्रतीक भूषण सिंह और सांसद करण भूषण सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है। यह मुलाकात इसलिए चर्चा में है, क्योंकि चार दिन पहले स्वयं बृजभूषण सिंह भी सीएम से मिले थे। एक सप्ताह के भीतर परिवार की यह दूसरी मुलाकात राजनीतिक हलकों में कई तरह की अटकलों को हवा दे रही है। सूत्रों के मुताबिक विधायक प्रतीक भूषण आगामी मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री पद की इच्छा रखते हैं, लेकिन उनकी यह उम्मीद मुख्यमंत्री योगी की सहमति के बिना पूरी नहीं हो सकती। वहीं लंबे समय से बृजभूषण और योगी के बीच तनावपूर्ण राजनीतिक संबंधों का असर केवल राजनीति तक सीमित नहीं रहा है, बल्कि इसका प्रभाव उनके व्यापारिक हितों पर भी पड़ा है। ऐसे में परिवार लगातार रिश्ते सुधारने के प्रयास में जुटा है।
बृजभूषण पहले ही सार्वजनिक रूप से यह स्वीकार कर चुके हैं कि उनके छोटे बेटे करण भूषण सिंह के मुख्यमंत्री से बेहतर संबंध हैं, जबकि प्रतीक के संबंध तुलनात्मक रूप से कम मजबूत हैं। शायद यही कारण है कि प्रतीक इस बार करण को साथ लेकर सीएम से मिलने पहुंचे। जारी की गई तस्वीरों में भी योगी आदित्यनाथ को करण से संवाद करते हुए देखा गया, जो इस मुलाकात की गंभीरता को दर्शाता है। हालांकि प्रतीक भूषण सिंह ने इस मुलाकात को राजनीतिक चर्चा से इनकार करते हुए कहा कि वह अयोध्या और देवीपाटन मंडल से संबंधित लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक में शामिल हुए थे। उसी के बाद दोनों भाइयों ने मुख्यमंत्री से औपचारिक भेंट की। उन्होंने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से ढेमवा घाट संपर्क मार्ग बनाए जाने की मांग की है।
यह भी स्पष्ट है कि बृजभूषण शरण सिंह खुद मुख्यमंत्री से संबंध सामान्य करने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं। चाहे वह पुरानी कड़वाहट को भुलाने की बात हो या नई पीढ़ी के जरिए संवाद कायम करना, वह अब पूरी रणनीति के साथ सक्रिय हैं। इन मुलाकातों को देवीपाटन और गोंडा क्षेत्र की राजनीति और कारोबारी समीकरणों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। हाल ही में बृजभूषण ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि जो बड़ा होता है, झुकना उसे ही पड़ता है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछली बार 2022 में मुख्यमंत्री से उन्होंने मिलने की कोशिश नहीं की थी और प्रतीक्षा में थे कि बुलावा आए। जब सीएम कार्यालय से आमंत्रण मिला, तभी वह मिलने गए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि “हम तो चौराहे पर खड़े हैं, न किसी से दोस्ती, न किसी से बैर।”
दिलचस्प बात यह रही कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने बृजभूषण के साथ हुई मुलाकात की कोई तस्वीर सार्वजनिक नहीं की, जबकि करण और प्रतीक से हुई ताजा मुलाकात की तस्वीरें बाकायदा जारी की गईं। इन तस्वीरों में मुख्यमंत्री दोनों भाइयों के साथ सहज और अनौपचारिक नजर आए, जो इस बात का संकेत माना जा रहा है कि दोनों पक्षों के बीच जमी बर्फ अब धीरे-धीरे पिघल रही है।
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