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Hindi Now Uttar Pradesh • 19 Jul 2025, 03:52 pm
मुरादाबाद में करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर योगेंद्र सिंह राणा ने कैराना सांसद इकरा हसन को लेकर सोशल मीडिया पर विवादित बयान दिया है। इसको लेकर अब राजनीतिक हंगामा खड़ा हो गया है। शनिवार को योगेंद्र राणा ने एक वीडियो पोस्ट किया। उसमें उन्होंने कहा कि मैं इकरा हसन से निकाह करने के लिए तैयार हूं। इकरा मुस्लिम धर्म अपनाए रखें और मैं हिंदू ही रहूंगा। इकरा मेरे घर में नमाज पढ़ें, मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है। राणा ने यह भी कहा कि मैं हिंदू ही रहूंगा, माथे पर टीका लगाउंगा और अपने धर्म का पालन करता रहूंगा। दोनों धर्मों के बीच भाईचारा भी बना रहेगा। बस निकाह की शर्त यह है कि असदुद्दीन ओवैसी और अकबरुद्दीन ओवैसी मुझे 'जीजा' कहकर बुलाएं।
राणा ने सोशल मीडिया पर लिखा
राणा ने अपनी पोस्ट में लिखा कि इकरा हसन अभी अविवाहित हैं और मैं खुद भी दिखने में उनसे कम सुंदर नहीं हूं। मेरे पास अच्छा घर, जमीन-जायदाद और संपत्ति है। मैंने अपनी पत्नी से भी इस मामले में अनुमति ले ली है। राणा ने लिखा कि अगर इकरा चाहें तो मुझसे शादी कर सकती हैं। मैं उन्हें घर में नमाज पढ़ने की इजाजत दूंगा, लेकिन शर्त वही रहेगी कि ओवैसी बंधु मुझे जीजा कहकर बुलाएं। उन्होंने अपनी बात को बार-बार दोहराते हुए कहा कि मुझे यह निकाह "कबूल है... कबूल है... कबूल है।"
सोशल मीडिया पर मचा हंगामा
इस पोस्ट और वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। समाजवादी पार्टी से जुड़े कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश फैल गया है और करीब 181 लोगों ने इस पर तीखी टिप्पणियां कीं हैं। विवाद बढ़ता देख योगेंद्र राणा ने दो घंटे के भीतर अपनी पोस्ट और वीडियो को फेसबुक से हटा दिया। उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल नंबर बंद मिला और वह अपने घर पर भी मौजूद नहीं थे।
इकरा ने एडीएम पर लगाया अभद्रता का आरोप
यह मामला तब सामने आया है, जब कुछ दिन पहले ही कैराना सांसद इकरा हसन ने सहारनपुर में एडीएम (ई.) संतोष बहादुर सिंह पर अभद्रता का आरोप लगाया था। इकरा का कहना था कि वह 1 जुलाई को छुटमलपुर नगर पंचायत अध्यक्ष शमा परवीन के साथ एडीएम से मिलने गई थीं। उन्हें कार्यालय से यह कहकर लौटा दिया गया कि एडीएम लंच पर हैं और अपनी शिकायतें पत्र के जरिए दें, लेकिन जब दोपहर करीब 3 बजे मुलाकात हुई तो एडीएम ने न सिर्फ नगर पंचायत अध्यक्ष को डांटा, बल्कि इकरा से भी गलत भाषा में बात की और दोनों को कार्यालय से बाहर जाने को कहा। इस पर शमा परवीन ने भी सांसद के आरोपों की पुष्टि की थी।
एडीएम ने सांसद के आरोपों को नकारा
हालांकि एडीएम संतोष बहादुर सिंह ने वीडियो बयान जारी कर इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था और इसे राजनीतिक बयानबाजी बताया था। जवाब में इकरा हसन ने कहा था कि वे एक साल में कभी किसी अधिकारी की शिकायत नहीं लेकर आईं, लेकिन जब सम्मान की बात हो तो चुप रहना भी अपराध है। अब योगेंद्र राणा की टिप्पणी के बाद मामला और अधिक राजनीतिक तूल पकड़ चुका है।
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