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Hindi Now Uttar Pradesh • 27 Jul 2025, 11:46 am
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर में एक कार्यक्रम के दौरान सरकारी कार्यप्रणाली को लेकर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि सरकार बहुत निकम्मी होती है। सरकारी कामों में ज्यादा भरोसा नहीं किया जा सकता। गडकरी ने कहा कि मेरी बहुत इच्छा थी कि नागपुर में बच्चों और युवाओं के खेलने के लिए 300 स्टेडियम बनाए जाएं, लेकिन 4 साल के प्रयासों के बावजूद वह इस दिशा में संतोषजनक प्रगति नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि कॉरपोरेशन और नागपुर इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट (NIT) जैसी सरकारी संस्थाओं पर निर्भर रहकर कोई ठोस काम नहीं किया जा सकता है।
गडकरी ने कहा कि सरकारी व्यवस्था में कई बाधाएं हैं, जो योजनाओं को सफल नहीं होने देतीं। चलती गाड़ी को पंक्चर करने का हुनर उनके पास होता है। अपनी बेबाक शैली के लिए जाने जाने वाले गडकरी ने राजनीति पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजनीति में फोकटों का बाजार लगा हुआ है, जहां हर कोई बिना मेहनत किए सब कुछ मुफ्त में पाना चाहता है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे माहौल में काम करना आसान नहीं होता और कई बार लोगों को बिना किसी कारण के उपदेश देने की आदत होती है। गडकरी का यह बयान वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और इस पर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। उनके बयान को राजनीति और नौकरशाही पर सीधी चोट के रूप में देखा जा रहा है।
पहले भी मुखर बयान दे चुके हैं गड़करी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इससे पहले भी कई बेबाक बयान दे चुके हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि आम लोग जातिवादी नहीं होते, बल्कि नेता अपने स्वार्थ और राजनीतिक फायदे के लिए जातिवाद को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने सामाजिक असमानता को देश की बड़ी समस्या बताया और कहा कि इसे खत्म करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि जातिगत भेदभाव समाज को बांटता है और इसकी जड़ें बहुत गहरी हैं। इसलिए इसे समाप्त करने की कोशिश हर व्यक्ति को खुद करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक हम खुद अपने भीतर बदलाव नहीं लाएंगे, तब तक समाज में समानता स्थापित नहीं हो सकती।
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