अखिलेश यादव की सुरक्षा में बड़ी चूक! न कमांडो न पुलिस, युवक ने जो किया..

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 03 Jul 2025, 04:39 pm
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भागते हुए अखिलेश यादव के मंच पर पहुंचा युवक

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 3 जुलाई गुरुवार को आजमगढ़ दौरे पर रहे। इस दौरान उनकी सुरक्षा में एक बड़ी चूक देखने को मिली। कार्यक्रम स्थल में एक युवक सभी सुरक्षा घेरों को तोड़ते हुए मंच के पास पहुंच गया। हालांकि सतर्क पुलिसकर्मियों ने तुरंत उसे पकड़ लिया और उसे हिरासत में ले लिया। इस घटना के बाद समाजवादी पार्टी ने प्रशासन पर साजिश के आरोप लगाए और कहा कि यह एक सुनियोजित प्रयास था, जिससे कार्यक्रम में बाधा डाली जा सके।


बताया जा रहा है कि जब युवक मंच की ओर तेजी से बढ़ रहा था, तब अखिलेश यादव अन्य नेताओं के साथ मंच पर मौजूद थे। यह दृश्य देखकर कार्यक्रम में मौजूद सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में हड़कंप मच गया। करीब 5 मिनट की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने युवक को मंच के पास से हटाया और कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था को दोबारा बहाल किया। युवक को हिरासत में लेने के बाद सपा के स्थानीय नेता मौके पर पहुंचे और पुलिस अधिकारियों से बातचीत की। खबर लिखे जाने तक स्थानीय प्रशासन और पुलिस की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

कुछ लोगों ने घरों पर काले झंडे लगाकर शांति पूर्वक किया विरोध

सपा मुखिया अखिलेश यादव पार्टी के नए कार्यालय और आवास के गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल होने गुरुवार को आजमगढ़ में पहुंचे थे। इस बीच जनपद में अखिलेश यादव के कार्यक्रम का विरोध भी देखने को मिला। ब्राह्मण महासभा और विश्व हिंदू महासंघ के सदस्यों ने अपने घरों पर काले झंडे लगाकर अखिलेश का शांतिपूर्वक विरोध दर्ज कराया। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष हरिवंश मिश्रा ने अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा कि वह इटावा को अपना घर और आजमगढ़ को अपना दिल बताते हैं, लेकिन यह सब केवल दिखावा है। उन्होंने बताया कि ब्राह्मण महासभा व विश्व हिंदू महासंघ के आह्वान पर आजमगढ़ में ब्राह्मणों ने अपने घरों पर काला झंडा लगाकर शांतिपूर्वक विरोध व्यक्त किया है। 


सपा के गढ़ में यह विरोध चिंता का विषय

गौरतलब है कि आजमगढ़ समाजवादी पार्टी का मजबूत गढ़ माना जाता है। जिले की सभी 10 विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी का कब्जा है और जिले के दोनों सांसद भी सपा से ही हैं। ऐसे में अखिलेश यादव की सुरक्षा में चूक और विरोध प्रदर्शन पार्टी के लिए चिंता का विषय बन सकता है।

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