कानपुर के लालची पुलिसवाले, व्यापारी के साथ की शर्मनाक हरकत! फिर योगी ने जो किया, जानकर दंग रह जाएंगे आप

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 15 Jul 2025, 03:16 pm
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उत्तर प्रदेश के कानपुर महानगर से शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां कुछ पुलिसकर्मियों ने अलीगढ़ के व्यापारी से पांच-पांच सौ रुपये मांगे। पैसे न देने पर उन्होंने व्यापारी की आंख में डंडा मारा और उसकी गाड़ी से 10 हजार रुपये लूट लिए। अब उन पर योगी सरकार ने एक्शन

कानपुर में अलीगढ़ के पशु व्यापारी से हुई लूट के मामले में 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। यह घटना शनिवार को बर्रा हाईवे पर हुई, जब व्यापारी मोहम्मद उजैर अपने ड्राइवर लक्ष्मण के साथ मवेशियों की खरीदारी कर लौट रहे थे। व्यापारी ने आरोप लगाया कि रास्ते में तीन पीआरवी गाड़ियों ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक कर रोका और प्रति पुलिसकर्मी 500-500 रुपए देने को कहा। पैसे देने से मना करने पर सिपाहियों ने व्यापारी की आंख पर डंडा मारा और गाड़ी में रखे 10 हजार रुपए लूट लिए। फिर दोनों को गाड़ी से बाहर खींचकर पीटा गया।


घटना के बाद बर्रा पुलिस ने उल्टा व्यापारी की पिकअप जब्त कर उसमें 14 पशु पाए जाने पर पशु क्रूरता का मामला दर्ज कर दिया। घायल व्यापारी ने एक वीडियो बनाकर वायरल किया, जिसमें उसने पुलिस पर मारपीट और पैसे लूटने का आरोप लगाया। वीडियो सामने आने पर योगी सरकार के निर्देशों पर पुलिस कमिश्नर ने मामले का संज्ञान लिया और जांच के आदेश दिए। जांच की जिम्मेदारी एडीसीपी साउथ योगेश कुमार और डॉयल-112 के प्रभारी को दी गई। जांच में पाया गया कि सबसे पहले चकेरी थाने की पीआरवी 7058 मौके पर पहुंची थी। इसे कांस्टेबल अतुल सचान चला रहा था और उसमें हेड कांस्टेबल ऋषिराजन, कांस्टेबल हरिओम सिंह और रिंकी रानी भी मौजूद थे। इसके बाद हनुमंत विहार थाने की दो और पीआरवी गाड़ियां 7055 और 6504 मौके पर पहुंचीं। इन गाड़ियों में हेड कांस्टेबल अजय यादव, आनंद कुमार, प्रदीप कुमार, अमीर हसन, कांस्टेबल उमाशंकर दीक्षित, सोनू यादव और आराधना सवार थे।


जांच में पुलिसकर्मी पाए गए दोषी

जांच में सामने आया कि इन पीआरवी गाड़ियों ने बिना किसी वास्तविक घटना के अपना क्षेत्र छोड़ा था और इनकी लोकेशन घटनास्थल पर पाई गई। हालांकि यह अब भी जांच के दायरे में है कि इन सिपाहियों ने वाकई लूट की या नहीं। व्यापारी उजैर ने बताया कि वह नियमित रूप से सरसौल से पशु खरीदता है और पीआरवी के पुलिसकर्मी हर बार उससे 200-200 रुपए लेते थे। वह चलती गाड़ी से रुपए फेंक देता था, लेकिन इस बार पुलिसकर्मियों ने कहा कि वे बहुत पीछा करके आए हैं और अब 500-500 रुपए से कम नहीं लेंगे। डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि व्यापारी की शिकायत के बाद बर्रा पुलिस ने मेडिकल कराया और आरोपियों के खिलाफ जांच के आधार पर कार्रवाई की गई। मामले में सभी दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

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