यहां ज़मीन से निकला शिवलिंग, सावन में भोलेनाथ के 'चमत्कारी' दर्शन से गांव वाले हैरान!

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 10 Jul 2025, 07:03 pm
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एटा जिले के हाजीपुर गांव में सावन के पवित्र महीने में खुदाई के दौरान जमीन से निकला प्राचीन शिवलिंग। महिलाओं ने सजाई पूजा की थाली, गूंजे जय-जयकार। जानिए क्या है पूरा मामला?

एटा, यूपी: सावन के पवित्र महीने में उत्तर प्रदेश के एटा जिले से आस्था और चमत्कार से भरी एक अद्भुत खबर सामने आई है। जैथरा कोतवाली क्षेत्र के गांव हाजीपुर में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक पुराने आश्रम के पुनर्निर्माण के दौरान हो रही खुदाई में मिट्टी के नीचे से एक प्राचीन शिवलिंग निकल आया। खुदाई में शिवलिंग का प्रकट होना न सिर्फ हैरान करने वाला था, बल्कि इससे पूरे गांव में शिवभक्ति की लहर दौड़ गई। देखते ही देखते यह खबर पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई। स्थानीय लोगों के मुताबिक, गांव हाजीपुर में वर्षों पुराना एक आश्रम है, जिसमें हाल ही में पुनर्निर्माण का कार्य शुरू हुआ था। निर्माण कार्य के लिए जैसे ही मजदूर नींव की खुदाई करने लगे, अचानक उनका फावड़ा एक कठोर वस्तु से टकराया। पहले तो उसे सामान्य पत्थर समझा गया, लेकिन जब मिट्टी हटाई गई तो वहां एक चिकना, पूर्ण आकार का काले पत्थर का शिवलिंग प्रकट हुआ।


जैसे ही मजदूरों और स्थानीय लोगों ने शिवलिंग के दर्शन किए, श्रद्धा और आस्था से आंखें नम हो गईं। आसपास की महिलाओं ने पूजा की थाली सजाई और वहां पहुंच गईं। बच्चे बेलपत्र और फूल लिए खड़े हो गए। पूरा माहौल “हर-हर महादेव” और “जय शिव शंकर” के नारों से गूंज उठा। गांव में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। शिवलिंग के दर्शन के लिए लोगों की लाइन लग गई। कुछ ने दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से अभिषेक किया, तो कुछ ने मंत्रोच्चारण और शिव तांडव स्तोत्र का पाठ किया। पारंपरिक भजन और ढोल-नगाड़ों की ध्वनि से पूरा गांव भक्तिमय हो उठा। गांव के बुजुर्गों का मानना है कि ये स्थान कभी एक प्राचीन मंदिर रहा होगा, जो समय के साथ मिट्टी में दब गया। कुछ लोगों ने बताया कि वर्षों से यहां अजीब घटनाएं होती रही थीं, जिसे अब शिवलिंग की प्राप्ति ने प्रमाणित कर दिया है।


पुरातत्व विभाग को सौंपी जाएगी जांच

शिवलिंग की खबर फैलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। जैथरा कोतवाली की टीम ने शिवलिंग वाले स्थान की बैरिकेडिंग कराई और भीड़ को नियंत्रित करने के निर्देश दिए। प्रशासन की ओर से बताया गया है कि इस मामले को पुरातत्व विभाग को सौंपा जाएगा ताकि शिवलिंग की प्राचीनता का पता लगाया जा सके। अधिकारियों ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है और यह सुनिश्चित किया है कि धार्मिक भावना का सम्मान करते हुए कोई भी विधिक उल्लंघन न हो। गांववालों की भावनाएं इस चमत्कारी घटना के बाद बेहद प्रबल हो गई हैं। लोगों की एक ही मांग है कि इस स्थान पर भव्य शिवमंदिर बनाया जाए।


युवाओं ने खुद ही निर्माण सामग्री इकट्ठा करना शुरू कर दिया है, तो महिलाएं प्रतिदिन दीप जलाकर पूजा करने का संकल्प ले चुकी हैं।गांववालों का कहना है कि इस स्थान को अब 'शिवधाम हाजीपुर' के नाम से विकसित किया जाएगा। गांव के प्रधान ने भी आश्वासन दिया है कि पंचायत निधि से यहां विकास कार्य कराया जाएगा, जिसमें सड़क, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं शामिल होंगी। उनका मानना है कि यह स्थान आने वाले समय में पूरे जिले के लिए एक तीर्थ स्थल के रूप में उभरेगा।


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