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Hindi Now Uttar Pradesh • 18 Jul 2025, 10:16 am
इटावा में एक फर्जी IAS अधिकारी को उसके एक साथी को क्राइम ब्रांच और सैफई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी अमर पांडे अपने साथी रामाधीन के साथ मिलकर खुद को एसडीएम बताकर राहगीरों को लूटता था। पुलिस ने दोनों को अवैध हथियार और फर्जी दस्तावेज के साथ गिरफ्तार कर लिया है।
अपनी गाड़ी में बैठाकर यात्री को लूटा था
दरअसल, 11 जुलाई को आजमगढ़ के डिघवनिया मझौवा ग्राम निवासी रामप्रवेश यादव ने सैफई थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसमें बताया था कि 10 जुलाई को ब्ला-ब्ला ऐप के जरिए शेयरिंग कैब (UP32PT0932) बुक की थी। जब वह रात 9.45 बजे लखनऊ के चहरिया क्षेत्र से गाड़ी में बैठा था। गाड़ी में ड्राइवर के साथ एक युवक पहले से ही बैठा था। रामप्रवेश ने बताया कि 11 जुलाई की तड़के करीब 2 बजे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर 105 किमी के पास दोनों युवकों ने तमंचा दिखाकर उसे गाड़ी से जबरन उतार लिया और उसका मोबाइल फोन, पर्स जिसमें नकदी, एटीएम और आधार कार्ड छीनकर फरार हो गए।
गाड़ी पर लिखवाया भारत सरकार
पीड़ित से जानकारी मिलने के बाद सैफई पुलिस और क्राइम ब्रांच टीम एक्टिव हुई और कार सवारों को ट्रेस करने में जुट गई। गुरुवार की सुबह थाना सैफई पुलिस, एसओजी और सर्विलांस टीम की सूचना मिली कि दो संदिग्ध युवक हैवरा बाईपास के पास हैं. पुलिस टीम ने घेराबंदी कर करहल बाईपास जाने वाले मार्ग के पास से दोनों को दबोच लिया। पूछताछ में दोनों ने लूट की वारदात को स्वीकार किया। इनके कब्जे से फर्जी नियुक्ति पत्र, लूटा माल, भारत सरकार लिखी स्कॉर्पियो कार, तमंचा, कारतूस, क्रेडिट कार्ड, पर्स बरामद किया है। आरोपियों से पूछताछ में बताया कि वह अपनी कार को ब्ला ब्ला ऐप में इस्तेमाल कर रहे थे। एक व्यक्ति से उन्होंने 4 हजार रूपये, क्रेडिट कार्ड, पर्स की लूट की थी।