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Hindi Now Uttar Pradesh • 05 Jul 2025, 01:43 pm
कांवड़ यात्रा के दौरान दिल्ली-देहरादून हाईवे पर बने एक होटल पर कर्मचारियों के धार्मिक पहचान को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। यह मामला उस समय तूल पकड़ने लगा, जब कुछ हिंदू संगठनों ने होटल-ढाबों पर हिंदू-मुस्लिम की पहचान के लिए एक लड़के की पैंट उतरवा दी। वह लड़का होटल की सफाई का काम करता था। होटल संचालक सुमन ने इस घटना को लेकर आक्रोश जताया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने जबरन लड़के की पैंट उतारी। यह चेक करने के लिए कि वह मुस्लिम है या नहीं। हमारा हाथ काटकर देखो, जब खून का रंग एक जैसा है तो फिर बाकी क्या फर्क है? इस घटना के बाद से होटल के आठ कर्मचारी डर और तनाव में आकर नौकरी छोड़कर चले गए। इसके बाद रोजाना मीडिया की भीड़ होटल पर जुटने लगी और स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि होटल संचालक को इसे बंद करना पड़ा।
यह होटल 'पंडित जी वैष्णो ढाबा' के नाम से संचालित हो रहा था। इस होटल में आठ से 10 कर्मचारी काम करते थे, लेकिन घटना के बाद अब यहां सिर्फ दो महिला कर्मचारी मौजूद हैं। होटल के बोर्ड पर मालिक का नाम दीक्षा शर्मा लिखा हुआ है। जब दीक्षा शर्मा ने फोन पर बातचीत में बताया कि उन्होंने यह होटल सन्नवर नाम के एक व्यक्ति से एक साल के लिए लीज पर लिया है और यह लीज 24 जुलाई 2025 को समाप्त होगी। उन्होंने कहा कि होटल का स्थायी मालिक मुस्लिम है, लेकिन फिलहाल इसका संचालन वह खुद कर रही हैं। दीक्षा ने कहा कि इस तरह के विवाद बिलकुल बेवजह हैं। हाईवे पर चलने वाले अधिकतर होटल और ढाबे लीज पर चलते हैं और इस क्षेत्र की मिश्रित आबादी के चलते वहां काम करने वाले कर्मचारी भी हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के होते हैं।
होटल में काम कर रही अनीता देवी ने बताया कि पहले यहां 10 कर्मचारी थे, जिनमें दो मुस्लिम थे। लेकिन अब सभी कर्मचारी डर की वजह से काम छोड़कर चले गए हैं। उसने कहा कि कुछ हिंदू कर्मचारी भी डर गए थे कि कहीं उन्हें भी यह स्थिति न झेलनी पड़े। नए कर्मचारी काम करने के लिए तैयार नहीं हैं। कुछ आते हैं, एक-दो दिन काम करते हैं और फिर चले जाते हैं। अनीता ने यह भी स्पष्ट किया कि अब वह मुस्लिम कर्मचारियों को काम पर नहीं रखेंगे, क्योंकि वह किसी भी तरह के विवाद से बचना चाहते हैं। उसने कहा कि होटल की मालकिन दीक्षा शर्मा हैं और अब वह खुद भी नहीं चाहतीं कि फिर ऐसा कोई बवाल हो। इसको लेकर फिलहाल होटल बंद कर दिया गया है।
यशवीर महाराज के समर्थकों ने उतरवाई पैंट
मुजफ्फरनगर जिले के बघरा गांव में स्थित 'योग साधना यशवीर आश्रम' का संचालन स्वामी यशवीर महाराज करते हैं। आश्रम की स्थापना से पहले वे हरियाणा में योग को बढ़ावा देते थे। 28 जून को स्वामी यशवीर अपनी टीम के साथ दिल्ली-देहरादून हाईवे स्थित पंडित जी वैष्णो ढाबा पहुंचे। यहां उन्होंने ढाबे का QR कोड स्कैन कराया, जिसमें मालिक का नाम जबीर राठौर दिखा। इसके आधार पर दावा किया गया कि ढाबा मुस्लिम व्यक्ति द्वारा हिंदू नाम से संचालित किया जा रहा है। आरोप है कि यशवीर समर्थकों ने कई कर्मचारियों की पैंट उतरवाकर उनका धर्म जानने की कोशिश की। इस विवाद के बाद पुलिस-प्रशासन ने इस कार्रवाई को अवैध बताया और यशवीर महाराज से जुड़े 6 समर्थकों को नोटिस जारी कर तीन दिन में थाने में हाजिर होने को कहा है।
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