आफ्शा अंसारी को बड़ी चोट! पुलिस ने किया कुछ ऐसा, आप कहेंगे ठीक किया

Curated By: editor1 | Hindi Now Uttar Pradesh • 25 Jul 2025, 07:30 pm
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उत्तर प्रदेश की गाजीपुर पुलिस ने मुख्तार अंसारी की पत्नी आफ्शा अंसारी पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस ने उसके फायनेंशियल पार्टनर की 60 लाख रुपये की संपत्ति कुर्क कर दी है। आइये पूरा मामला जानते हैं।

गाजीपुर में पुलिस ने माफिया मुख्तार अंसारी की पत्नी आफ्शा अंसारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने आफ्शा के आर्थिक सहयोगी रविंद्र नारायण सिंह की संपत्ति कुर्क कर कर दी है। इसकी अनुमानित कीमत 60 लाख रुपये बताई जा रही है। आफ्शा अंसारी खुद 50 हजार रुपये की इनामी है और लंबे समय से फरार है। उसके सहयोगी के खिलाफ यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1986 की धारा 14(1) के तहत की गई है। इस कार्रवाई के लिए गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक की संस्तुति पर जिलाधिकारी द्वारा कुर्की का आदेश जारी किया गया था।


रविंद्र नारायण सिंह गाजीपुर जिले के मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम डोमनपुरा (बालापुर) निवासी है। वह आफ्शा अंसारी के साथ M/S विकास कंस्ट्रक्शन में पार्टनर है। जांच में सामने आया है कि इस फर्म के माध्यम से संगठित अपराध से अर्जित धन को वैध रूप में प्रयोग किया गया और आगाज इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट लिमिटेड को लगभग 2 करोड़ 50 लाख रुपये अंतरित किए गए। यह कंपनी आफ्शा अंसारी के नाम पर पंजीकृत है और वह इसकी मुख्य डायरेक्टर एवं चेयरपर्सन है।


पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार रविंद्र नारायण सिंह पर आरोप है कि उसने कानून व्यवस्था को बाधित करने और अपने साथियों व गैंग के अन्य सदस्यों के लिए आर्थिक लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से आपराधिक गतिविधियां संचालित कीं। इन गतिविधियों से प्राप्त अवैध धन से उसने जो संपत्ति खरीदी, उसे अब कुर्क कर लिया गया है। कुर्क की गई संपत्ति गाजीपुर की तहसील मुहम्मदाबाद अंतर्गत मौजा डोमनपुरा में स्थित है। यह भूमि आवंटन संख्या 194 के अंतर्गत रकबा 0.142 हेक्टेयर में से 0.071 हेक्टेयर है, जिसे रविंद्र नारायण सिंह ने मिथिलेश प्रसाद और ऋतुराज से खरीदा था। ये दोनों विक्रेता सैदपुर और बालापुर डोमनपुरा के निवासी हैं।


इस कार्रवाई को माफिया नेटवर्क के खिलाफ सरकार की कड़ी नीति के रूप में देखा जा रहा है। पुलिस और प्रशासन अब आफ्शा अंसारी की गिरफ्तारी के प्रयासों को भी तेज कर चुके हैं। कुर्की की यह कार्रवाई जिले में चर्चा का विषय बन गई है और इसे माफिया के आर्थिक साम्राज्य को कमजोर करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।

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