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Hindi Now Uttar Pradesh • 16 Jul 2025, 06:14 pm
उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के मिलक इलाके की एक महिला ने पुलिस अधीक्षक से एक आशिक मिजाज दरोगा की शिकायत की है। उन्होंने लिखित शिकायत पत्र सौंपकर मिलक कोतवाली में तैनात दरोगा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का कहना है कि दरोगा ने उसकी नाबालिग बेटी को व्हाट्सएप पर गंदे मेसेज भेजे और वीडियो कॉल करके उसे परेशान किया। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने इसका विरोध किया तो दरोगा ने एक सिपाही को उनके घर भेजा और उसने उनकी बेटी के मोबाइल से चैट और फोटो डिलीट करवा दिए।
महिला ने बताया कि कुछ दिन पहले उसकी नाबालिग बेटी के साथ गलत हरकत हुई थी, जिसकी शिकायत उसने मिलक कोतवाली में दी थी। इसके बाद कोतवाली में तैनात एक दरोगा ने फोन कर उन्हें थाने बुलाया। पूछताछ के बाद दरोगा ने लड़की का मोबाइल नंबर लिया और कहा कि अगले दिन बातचीत के लिए दूसरे पक्ष को बुलाया जाएगा, लेकिन उसी रात दरोगा ने लड़की को वीडियो कॉल की और बार-बार व्हाट्सएप पर मेसेज भेजने लगा। एक मेसेज में लिखा था- "नहीं बाबू तुम्हें मरने नहीं दूंगा, बस एक बार मिलना चाहता हूं।
नाबालिग पर अकेले मिलने के लिए बना रहा था
महिला ने बताया कि मेसेज करने पर बेटी ने उसे पूरी बात बताई। इस पर अगली सुबह महिला थाने पहुंची। वहां दरोगा ने उसे डांटकर भगा दिया। इसके बाद मंगलवार को एक सिपाही उनके घर पहुंचा और किसी बहाने से बेटी का मोबाइल लेकर सारे मेसेज और फोटो डिलीट कर दिए। महिला का आरोप है कि दरोगा लगातार उसकी बेटी पर अकेले मिलने का दबाव बना रहा था। महिला ने पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्र से इस पूरे मामले में सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
दरोगा ने आरोपों को बताया झूठा
दरोगा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया है। उसका कहना है कि उसने किसी को कोई अश्लील मैसेज नहीं भेजा और यह सब उसे फंसाने की साजिश है। पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और इसकी जांच मिलक क्षेत्राधिकारी को सौंपी है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि जांच निष्पक्ष तरीके से की जाएगी और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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