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Hindi Now Uttar Pradesh • 08 Jun 2025, 11:07 am
देवरिया जिले के गौरीबाजार थाना क्षेत्र के उधोपुर गांव में बकरीद के दिन एक विचित्र और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां के रहने वाले 60 वर्षीय ईश मोहम्मद ने नमाज अदा करने के बाद अपनी झोपड़ी में जाकर खुद ही गला रेत कर कथित तौर पर 'कुर्बानी' दे दी। इस घटना से गांव में सनसनी फैल गई है और चारों तरफ इसकी चर्चा हो रही है।
ईश मोहम्मद हर साल बकरीद से पहले आंबेडकर नगर के किछौछा स्थित सुल्तान सैयद मकदूम अशरफ शाह की मजार पर जाते थे। इस बार भी वह वहां से शुक्रवार दोपहर को लौटे थे। शनिवार सुबह बकरीद पर मस्जिद में नमाज पढ़ने के बाद वह घर लौटे और फिर झोपड़ी में सोने चले गए। करीब एक घंटे बाद उनकी पत्नी को झोपड़ी से कराहने की आवाजें सुनाई दीं। जब वह अंदर पहुंची तो देखा कि ईश मोहम्मद अपने गले को चाकू से काटकर तड़प रहे थे। यह दृश्य देखकर वह बेहोश होकर गिर पड़ी।
शोर सुनकर गांववाले मौके पर पहुंचे और पुलिस व एंबुलेंस को सूचना दी गई। गंभीर हालत में ईश मोहम्मद को देवरिया मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां से उन्हें गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस जांच में सामने आया कि ईश मोहम्मद ने एक पत्र लिखकर खुद की कुर्बानी देने की बात कही थी। पत्र में उन्होंने लिखा था कि इंसान जिस बकरे को अपने बच्चे की तरह पालता है, वह भी जीव है और उसकी कुर्बानी दी जाती है। इसलिए वे खुद अपनी कुर्बानी अल्लाह के नाम पर दे रहे हैं। उन्होंने यह भी लिखा कि उन्हें किसी ने मारा नहीं है और उनकी मिट्टी घबराकर न की जाए।
ईश मोहम्मद के परिवार में उनकी पत्नी हजरा खातून, तीन बेटे व उनकी पत्नियां (बहू) हैं। थाना प्रभारी नंदा प्रसाद ने बताया कि ईश मोहम्मद मजहबी व्यक्ति थे और अक्सर एकांत में इबादत करते थे। सभी के साथ उनका व्यवहार अच्छा था और वह दयालु किस्म के आदमी थे। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और इसे अंधविश्वास से जुड़ी आत्महत्या की दिशा में देख रही है। गांव में घटना को लेकर शोक का माहौल है।
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