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Hindi Now Uttar Pradesh • 24 Jul 2025, 12:10 pm
मथुरा में एक रिटायर्ड बीएसएफ जवान की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मृतक की पहचान उत्तराखंड के अल्मोड़ा निवासी 56 वर्षीय विनोद पांडेय के रूप में हुई है। बुधवार देर रात उनकी लाश गोपी विहार कॉलोनी स्थित उनके घर की रसोई में औंधे मुंह पड़ी मिली। शव के हाथ-पैर बंधे थे और मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था। शरीर पर चोट के कई निशान भी पाए गए। घटना का पता तब चला, जब पास ही रहने वाले एक साधु विष्णुदास बाबा ने दिनभर उनके बाहर न निकलने पर आवाज लगाई। कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर उन्होंने घर में जाकर देखा तो घर में उनका शव मिला। इस पर उन्होंने मामले की जानकारी मोहल्ले वालों और पुलिस को दी।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने तत्काल घर और आसपास का क्षेत्र सील कर दिया। मौके पर फोरेंसिक टीम को बुलाया गया और जांच शुरू की गई। एसपी देहात सुरेश चंद रावत समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे। पूछताछ में सामने आया कि विनोद पांडेय ने बीएसएफ से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद आध्यात्मिक जीवन अपना लिया था। वे राधारानी के भक्त थे और भजन-पूजन में लीन रहते थे। उन्होंने अपना नाम बदलकर विनोद कृष्ण दास रख लिया था। कुछ महीने पहले ही वे पाल कॉलोनी से गोपी विहार में नए मकान में आकर रहने लगे थे।
लूट के बाद हत्या की आशंका
बताया जा रहा है कि घटना वाले दिन उनके पिता गणेशदत्त पांडेय अल्मोड़ा चले गए थे और विनोद अकेले घर में थे। पुलिस को घर में रखी अलमारी खुली और सामान बिखरा हुआ मिला। घर की राधारानी मूर्ति का श्रृंगार अस्त-व्यस्त था और मूर्ति पर पहने गहने भी गायब थे। इसके अलावा एक स्कूटी और बाइक भी घर से लापता हैं। मोहल्ले वालों का कहना है कि गाड़ी आमतौर पर बाहर खड़ी रहती थी। माना जा रहा है कि लूट के बाद वारदात को अंजाम दिया गया है।
मृतक के परिचितों पर गहराया शक
पुलिस के अनुसार घर में जबरन घुसने के कोई स्पष्ट निशान नहीं मिले हैं, जिससे अंदेशा है कि आरोपी विनोद को जानते थे और उन्होंने अंदर आकर वारदात को अंजाम दिया। एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि जेवर और नकदी की चोरी की आशंका है और यह पता लगाया जा रहा है कि हत्या रात में हुई या दिन में। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और चार टीमें जांच के लिए गठित की गई हैं।
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